उत्तर प्रदेश में मौसम के एक बार फिर तेजी से बदलने के चलते तेज आंधी तूफान के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। शुक्रवार शाम को आए आंधी तूफान के बाद गेहूं व आम की फसल को सर्वाधिक नुकसान हुआ है।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है कानपुर में जोरदार बारिश के साथ ओले भी पड़े वहीं, लखनऊ, अयोध्या, मुरादाबाद व वाराणसी समेत कई जिलों में जोरदार बारिश हुई। मार्च माह में यह तीसरा मौका है जब बेमौसम बारिश हुई है। बारिश के साथ पड़े ओले ने गेहूं व आम की फसल को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाया है।
आगे भी मौसम के परिवर्तनशील रहने की मौसम विभाग की चेतावनी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। बारिश से हुए फसल के नुकसान का आकलन सरकार के स्तर से किया जा रहा है।कृषि विज्ञान केंद्र, भारतीय अनुसंधान संस्थान, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. एके दुबे ने बताया कि बारिश से सबसे अधिक गेहूं और आम की फसल को नुकसान होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि खेतों में गेहूं की पकी फसल की गुणवत्ता सीधे तौर पर इस बारिश से प्रभावित होगी।
पूर्वांचल के कुछ जिले जहां सरसों की विलंब से बुआई हुई है वहां भी फसल को नुकसान हो सकता है। वहीं, आम में खर्रा या दहिया रोग लगने की संभावना है। किसानों के लिए बेहतर यही होगा कि केराथेन एक मिली लीटर, प्रति लीटर या प्रोपिकोनजोल का छिड़काव मौसम साफ होने पर करें। शनिवार को उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है। वहीं, दो अप्रैल को मौसम शुष्क रहेगा। तीन व चार अप्रैल को पश्चिम उत्तर प्रदेश में बारिश की संभावना जताई गई है।