सचिवालय सुरक्षा के लिए जल्द उठाए जाएंगे और कड़े कदम। सचिवालय क्षेत्र को नो वेपन जोन घोषित किये जाने पर भी गहनता से विचार हुआ था। सचिवालय के किसी भी भवन में शस्त्र के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगाए जाने का निर्देश भी दिया गया था।
लखनऊ । बापू भवन के आठवें तल पर निजी सचिव विशम्भर दयाल के खुद को गोली मारने की घटना के बाद सचिवालय परिसरों की सुरक्षा-व्यवस्था को पुख्ता करने की कसरत शुरू हो गई है। इसी कड़ी में शासन ने सचिवालय के सभी अधिकारियों व कर्मियों को उनके लाइसेंसी शस्त्र का ब्योरा तथा उसे सचिवालय न लाने का स्व घोषणा पत्र देने का आदेश दिया है। सचिवालय प्रशासन को सौंपे जाने वाले इस घोषणा पत्र में सभी अधिकारियों व कर्मियों को उनके पास लाइसेंसी शस्त्र होने या न होने की स्थिति को स्पष्ट करना होगा।
बापू भवन में पिछले दिनों निजी सचिव के खुद को गोली मारने की घटना के बाद सचिवालय के सभी भवनों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए एक सितंबर को अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी व अपर मुख्य सचिव, सचिवालय प्रशासन हेमन्त राव की संयुक्त अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक हुई थी। विधान भवन, बापू भवन, लोक भवन, शास्त्री भवन, योजना भवन व विकास भवन की सुरक्षा-व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए दो समितियों का गठन कर जरूरी सुरक्षा उपकरणों, संसाधन, जनशक्ति व उसके प्रशिक्षण समेत अन्य बिंदुओं पर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया था।
बैठक में सचिवालय क्षेत्र को नो वेपन जोन घोषित किये जाने पर भी गहनता से विचार हुआ था। सचिवालय के किसी भी भवन में शस्त्र के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगाए जाने का निर्देश भी दिया गया था। माना जा रहा है कि गृह विभाग व सचिवालय प्रशासन जल्द सचिवालय सुरक्षा को लेकर और कड़े निर्देश जारी कर सकता है। सुरक्षा-व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। पूर्व में सीआइएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) से सचिवालय भवनों का सुरक्षा आडिट भी कराया जा चुका है।