रायबरेली के पारी बाजार में एक युवक व्यापारियों को पुलिस होने का रौब दिखाकर कई दुकानों से वसूली कर रहा था। मंगलवार को वसूली करने वाले इस फर्जी दारोगा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद आरोपित को जेल भेज दिया।
रायबरेली, पारी बाजार में व्यापारियों को पुलिस होने का रौब दिखाकर एक युवक ने कई दुकानों से वसूली की थी। व्यापारियों को शक होने पर इसकी सूचना पुलिस को दी गई। जिसके बाद वसूली करने वाले इस फर्जी दारोगा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद आरोपित को जेल भेज दिया। मामला जगतपुर थाना क्षेत्र का है।
सोमवार की शाम उक्त बाजार में खाकी पैंट लाल जूते पहने हुए एक युवक मोटरसाइकिल से खाद बीज की दुकान पर पहुंचा। दुकानदार को कोतवाली में नई पोस्टिंग का हवाला देकर धान के बीज की बात करने लगा। बीज खरीदने के बाद दुकानदार को 2000 का नोट दिया। फिर रुपये वापस लेकर बाद में बीज ले जाने की बात कहकर चला गया। इसके बाद विश्वास कुमार मौर्य की कपड़े की दुकान पर गया। 300 के कपड़े खरीदने के बाद 2000की नोट दिया। विकास ने 17 सौ रुपये वापस कर दिए। इस बीच दुकानदार कुछ काम के लिए अंदर की ओर घुसा तो काउंटर में रखे रुपये फर्जी दारोगा ने निकाल लिए। दुकानदार ने विरोध किया तो खुद को दारोगा बता आरोपित रौब झाड़ने लगा। इस बीच मौके पर और लोग भी आ गए। दुकानदारो ने संदेह के आधार पर डायल 112 पुलिस को सूचना दी। थोड़ी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंची। आरोपित युवक को पकड़ कर थाने ले आई। पूछताछ में उसने अपना नाम राजा भानु प्रताप सिंह बताया जो डीह थाना क्षेत्र स्थ्य निगोही का रहने वाला है। कार्यवाहक कोतवाल असगर अली ने बताया कि फर्जी दारोगा बनकर व्यापारियों से रुपये वसूलने वाले युवक के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर उसे जेल भेजा जा रहा है। साथ ही उसके द्वारा अबतक की गईं घटनाओं के बारे में भी जानकारी एकत्र की जा रही है।