राष्ट्रपति ने बदले 13 राज्यों के राज्यपाल, हिमाचल, असम, झारखंड समेत इन राज्यों में हुई तैनाती

राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र में विवादों से घिरे भगत सिंह कोश्यारी और लद्दाख के उपराज्यपाल राधाकृष्णनन माथुर सहित कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इस खबर में विस्तार से जानिए इनका परिचय-

 

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को बड़ा फेरबदल किया। असम, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, हिमाचल समेत 13 राज्यों के राज्यपाल और उप-राज्यपाल बदले गए हैं। राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र में विवादों से घिरे भगत सिंह कोश्यारी और लद्दाख के उपराज्यपाल राधाकृष्णनन माथुर सहित कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के राज्यपाल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इस खबर में विस्तार से जानिए इनका परिचय-

 

झारखंड के राज्यपालतमिलनाडु भाजपा के प्रमुख नेता रहे सीपी राधाकृष्णन झारखंड के 11वें राज्यपाल बने हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को उन्हें झारखंड के राज्यपाल के पद पर नियुक्त किया। 65 वर्षीय सीपी राधाकृष्णन वर्तमान में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। कोयंबटूर संसदीय सीट से राधाकृष्णन दो बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हो चुके हैं। 48 वर्षों से आरएसएस व भाजपा से वह जुड़े रहे और तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बता दें कि राधाकृष्णन अखिल भारतीय कॉयर (नारियल के छाल से निकला फाइबर) बोर्ड के अध्यक्ष भी थे जो भारत सरकार के एमएसएमई क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

महाराष्ट्र के राज्यपालवहीं झारखंड के वर्तमान राज्यपाल रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया हैं। बता दें कि बैस को यह उनके बेहतर कार्य का पुरस्कार मिला है। वह भगत सिंह कोश्यारी का स्थान लेंगे, जिन्होंने नवंबर माह में ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। रमेश बैस का राजनीतिक सफर निकाय चुनाव से हुआ था। वह अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में भी शामिल हो चुके हैं। बीजेपी ने 2019 में रमेश बैस को लोकसभा चुनाव का टिकट देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद उन्हें त्रिपुरा का राज्यपाल बनाया गया था।

असम के राज्यपालभारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया को असम के राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई है। वे आठ बार विधायक रह चुके हैं। अपनी नियुक्ति पर उन्होंने कहा कि वह ‘ईमानदारी से जिम्मेदारी निभाएंगे।’ गुलाब चंद कटारिया ने कहा, ‘मेरी पार्टी ने हमेशा मुझ पर अपना भरोसा दिखाया है।’ जब भी पार्टी ने मुझे जो भी जिम्मेदारी दी है, मैंने अपनी पूरी क्षमता से उसे निभाने की कोशिश की है।’

 

छत्तीसगढ़ के राज्यपालवर्तमान में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन को छत्तीसगढ़ का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वह अनुसुइया उइके का स्थान लेंगे। छत्तीसगढ़ के नए राज्यपाल हरिचंदन की उम्र 84 साल की है और वे ओडिशा के भुवनेश्वर और चिल्का विधानसभा से 5 बार विधायक रह चुके हैं।’ बता दें कि विश्व भूषण ने 1971 में जनसंघ के साथ अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था, जिसके बाद 1977 में जनता पार्टी गठित होने तक वे जनसंघ के आंध्र महासचिव रहे। इसके साथ ही हरिचंदन जनसंघ के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य भी रहे।

मणिपुर के राज्यपालवहीं छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके को मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। आपको बता दें कि मणिपुर की नई राज्यपाल अनुसुइया उइके मध्य प्रदेश से विधायक रह चुकी हैं, वह इसी राज्य में मंत्री पद पर रहीं थीं। उइके को राष्ट्रिय महिला आयोग की सदस्या भी रह चुकी हैं।

नागालैंड के राज्यपालमणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन को नागालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। इससे पहले जब पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया था, तब गणेशन पश्चिम बंगाल के राज्यपाल पद का अतिरिक्त प्रभार संभाला था।

मेघालय के राज्यपालबिहार के राज्यपाल फागू चौहान को मेघालय का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। आपको बता दें कि बिहार के पूर्व राज्यपाल और मेघालय के नए राज्यपाल फागू चौहान यूपी के 17वें विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक मतों से जीतने वाले विधायक थे। फागू चौहान 1985 में पहली बार दलित किसान मजदूर पार्टी से विधायक बने थे, इसके बाद वह जनता दल में गए, बाद में वह बीएसपी में शामिल हुए और 2017 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव भी लड़े।

 

बिहार के राज्यपालहिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को बिहार के राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई है। राजेंद्र आर्लेकर का जन्म 23 अप्रैल 1954 को गोवा के पणजी में हुआ था। उन्होंने एमईएस कॉलेज, वास्को डी गामा, गोवा से अपनी डिग्री पूरी की और प्राप्त की। आर्लेकर बचपन से ही आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) से जुड़े थे। साल 1989 में आर्लेकर भाजपा में शामिल हुए। वह उस समय केवल 35 वर्ष के थे, जब उन्होंने राजनीति में आने निर्णय लिया। राजेंद्र आर्लेकर गोवा सरकार में कैबिनेट मंत्री और गोवा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं।

लद्दाख के उपराज्यपालअरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल बीडी मिश्रा को राष्ट्रपति ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में LG नियुक्त किया गया है। बता दें कि बीडी मिश्रा भारतीय सेना के पूर्व ब्रिगेडियर हैं। उनसे पहले लद्दाख में राधा कृष्णन माथुर उपराज्यपाल थे। माथुर शनिवार को लेह स्थित अपने कार्यालय से कर्मचारियों को अलविदा कहकर चले गए थे।

हिमाचल प्रदेश के राज्यपालशिव प्रताप शुक्ल को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है। वह राजेंद्र आर्लेकर का स्थान लेंगे। शिव प्रताप शुक्ला मौजूदा समय में राज्यसभा सांसद हैं। शिव प्रताप शुक्ल उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने 1989 में यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ा था। शुक्ल 4 बार विधानसभा सदस्य चुने गए। एक बार यूपी में मंत्री पद पर भी रहे। शिव प्रताप सिंह 2014-19 तक रही मोदी सरकार में मंत्री रहे हैं।

सिक्किम के राज्यपाललक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम का राज्यपाल बनाया गया है। वह 2018 से सिक्किम के राज्यपाल रहे गंगा प्रसाद की जगह लेंगे। इस नियुक्ति पर उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लुक ईस्ट पॉलिसी के अंतर्गत पूर्वोत्तर राज्यों का विशेष महत्व है। यह दक्षिण एशिया के प्रवेश द्वार है, जिनसे हमारा गहरा सांस्कृतिक और भावनात्मक नाता है।

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