बुखारेस्ट में नाटो के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले उन्होंने संवाददाताओं से कहा हमने जेनरेटर और स्पेयर पार्ट्स वितरित किए हैं। नाटो के सहयोगी देश यूक्रेन में नष्ट बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण में मदद कर रहे हैं।
बुखारेस्ट, रॉयटर्स। नाटो के सहयोगी देश यूक्रेन के लिए सहायता बढ़ाएंगे क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सर्दियों का उपयोग युद्ध के हथियार के रूप में कर रहे हैं। नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने मंगलवार को कहा कि रूसी सेना युद्ध के मैदान में विफल हो रही है। बुखारेस्ट में नाटो के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “हमने जेनरेटर और स्पेयर पार्ट्स वितरित किए हैं। नाटो के सहयोगी देश यूक्रेन में नष्ट बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण में मदद कर रहे हैं।”
बता दें इससे पहले नाटो ने चेताया था कि यूक्रेन में वर्षो तक युद्ध चल सकता है। अगर देश के पूर्वी भाग पर यूक्रेन का कब्जा बरकरार रखता है तो सहयोगी देशों को उसकी मदद बनाए रखनी होगी। यह बात नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) के महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने कही थी। नाटो प्रमुख ने कहा, यूक्रेनी सेना को अत्याधुनिक हथियार देकर ही पूर्वी यूक्रेन का डोनबास (लुहांस्क और डोनेस्क) इलाका रूसी सेना से मुक्त कराया जा सकता है। डोनबास के एक हिस्से पर रूस समर्थित विद्रोहियों ने 2014 में कब्जा कर लिया था। इस युद्ध में दोनों प्रांतों के ज्यादातर हिस्सों पर रूसी सेना कब्जा कर चुकी है।
यूक्रेन को मित्र देशों के सहयोग की जरूरत होगीस्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि कीव पर कब्जे में विफल रहने के बाद रूसी सेना ने डोनबास पर ध्यान केंद्रित किया था। अब उस इलाके पर फिर से कब्जा करने में यूक्रेन को वर्षो लग सकते हैं। और इस कार्य में उसे मित्र देशों के सहयोग की जरूरत होगी। लेकिन इसमें बड़ी धनराशि खर्च होगी।
रूस ने रातभर यूक्रेन पर बरसाए रॉकेट, 10 लाख घरों में अंधेरा