मास्को ने कहा कि वह परमाणु युद्ध को कभी भी लड़ने की अनुमति नहीं देने के सिद्धांत पर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि मास्को की स्थिति साफ तौर पर स्पष्ट है कि युद्ध कभी भी परमाणु हथियारों से नहीं लड़ा जाना चाहिए।
मास्को, रायटर्स। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन के चार क्षेत्रों लुहांस्क, डोनेस्क, खेरसान और जपोरीजिया को रूस में शामिल करने पर अंतरराष्ट्रीय तनाव और बढ़ गया है। रूस द्वारा यूक्रेन पर परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के चर्चाओं के बीच मास्को ने गुरुवार को कहा कि वह परमाणु युद्ध को कभी भी लड़ने की अनुमति नहीं देने के सिद्धांत पर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मालूम हो कि रूस के यूक्रेन पर हमले के लगभग सात माह बीत जाने के बाद परमाणु हथियारों के उपयोग की अशंका बढ़ गई है।
परमाणु हथियारों से नहीं लड़ा जाना चाहिए युद्धरूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखोरावा ने गुरुवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि मास्को की स्थिति साफ तौर पर स्पष्ट है कि युद्ध कभी भी परमाणु हथियारों से नहीं लड़ा जाना चाहिए। मास्को अपनी नीति में बदलाव नहीं किया है और युद्ध में परमाणु हथियारों को अनुमति नहीं देने के सिद्धांत पर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
पुतिन ने परमाणु हथियारों के उपयोग की ओर किया था इशाराइससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि वह रूस की क्षेत्रीय अखंडता के लिए परमाणु हथियारों के उपयोग करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। पुतिन ने साफ तौर पर कहा था कि रूस की रक्षा के लिए उपलब्ध सभी उपायों का प्रयोग करेंगे। उन्होंने कहा था कि अमेरिका ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान परमाणु बम गिराकर मिशाल कायम की थी। रूसी राष्ट्रपति के इस बयान के बाद यूक्रेन पर परमाणु हमले की आशंका और तेज हो गई है। मालूम हो कि पुतिन के इस बयान को पूरी दुनिया गंभीरता पूर्वक ले रही है।