लखनऊ एयरपोर्ट के पास गुरुवार को सीआइएसएफ की वर्दी पहनकर एयरपोर्ट के अंदर घुसने के फिराक में एक फर्जी दरोगा को दबोचा गया है। आरोपित नौकरी दिलाने के नाम लोगो से ठगी करता है। साथ में एक युवती भी पकड़ी गई है। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।
लखनऊ, अमौसी एयरपोर्ट पर अराइवल गेट के पास सीआइएसएफ की वर्दी पहने एक संदिग्ध युवक को युवती के साथ पकड़ा गया। आरोप है कि वह एअरपोर्ट परिसर में घुसने की फिराक में था। इंद्रेश मौर्य के नाम के इस युवक सोनी नाम की युवती के साथ पकडऩे के बाद सरोजनीनगर पुलिस के हवाले कर दिया।
आरोपियों के पास से फर्जी आईडी कार्ड बरामद हुए। यह घटना बुधवार की है। सीआइएसएफ का कहना है कि युवक को अराइवल गेट के बाहर था। उसने भीतर प्रवेश नहीं किया था। अराइवल गेट पर खड़े जवान को शक होने पर उसने अधिकारियों को सूचना दी। उसे पकडऩे के बाद पूछताछ की गई। सीसीटीवी में उसकी फुटेज तलाशी जा रही है। इंस्पेक्टर सरोजनीनगर शैलेंद्र गिरि ने बताया कि इंद्रेश मौर्र्य गोरखपुर के बनगवां का और सोनी रायबरेली की रहने वाली है। इंद्रेश मौर्य ट्रांसपोर्टनगर के एक मेडिकल फर्म में सुपरवाइजर था। नौकरी छूटने के बाद वह लखनऊ में ही रह रहा था।
इंद्रेश ने अपनी महिला दोस्त और परिवार वालों को बताया कि उसकी तैनाती सीआइएसएफ में दारोगा के पद पर हो गई थी। भरोसा दिलाने के लिए आरोपी ने सदर बाजार से वर्दी खरीदी। फिर वीडियो काल कर अपनी महिला दोस्त को फोन करने लगा। कई बार एयरपोर्ट परिसर में पहुंच कर आरोपी काल करता था। इंद्रेश के रचे जाल पर महिला दोस्त को भरोसा हो गया। इंद्रेश ने महिला दोस्त से कहा था कि वह कई लोगों की नौकरी एयरपोर्ट में लगवा चुका है। इसके बाद ही महिला दोस्त ने रायबरेली निवासी सोनी की नौकरी लगवाने के लिए कहा।
एयरपोर्ट में नियुक्ति की पोस्ट डाल युवक-युवतियों को बनाते थे ठगी का शिकार
मुलाकात होने पर आरोपी ने सोनी के सामने सच्चाई बताते हुए उसे भी अपने गिरोह में शामिल कर लिया। इंटरनेट मीडिया के जरिए दोनों लोग एयरपोर्ट में नियुक्ति की पोस्ट डालने लगे जिसके बाद संपर्क करने वाले युवक-युवतियों से आरोपियों ने करीब आठ लाख रुपये ऐंठ लिए। इंस्पेक्टर के मुताबिक छह लोगों से धोखाधड़ी करने किए जाने की जानकारी इंद्रेश ने दी है। यह भी पता किया जा रहा है कि वर्दी पहनकर एअरपोर्ट के पास टहलने के पीछे उसका कोई और मकसद तो नहीं था।
पहले भी घुसा था युवक
सीआईएसएफ के एसआई दिगम्बर सिंह के मुताबिक ड्यूटी के दौरान 26 जून को एटीसी सिटी साइट गेट की तरफ से आरोपित युवक आसिफ एयरपोर्ट में दाखिल होने का प्रयास किया था। इससे पहले वाराणसी विशेश्वरगंज निवासी सादिक हुसैन 26 मई को सुरक्षा जांच को भेद कर एयरपोर्ट में दाखिल हुआ था। हाई सिक्योरिटी जोन में आने वाले एप्रन एरिया तक पहुंच कर सादिक ने कई फोटो खींची इस बीच सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। छानबीन में पता चला कि सादिक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उसका इलाज दिल्ली के हिन्दू राव अस्पताल से चलने की पुष्टि हुई। फिलहाल सादिक जमानत पर है।