LDA अपनी दो कालोनियों को नगर निगम को हैंडओवर करने जा रहा है। यह कालोनियां लविप्रा के हिसाब से तैयार की गई हैं। हालांकि बहुत जल्द इन्हें नगर निगम को सौंप दिया जाएगा। बता दें कि लविप्रा के स्तर पर यह प्रस्ताव बोर्ड मीटिंग में पास किया गया था।
लखनऊ, लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) अपनी दो कालोनियों को नगर निगम को हैंडओवर करने जा रहा है। यह कालोनियां लविप्रा के हिसाब से तैयार हैं और जल्द ही इन्हें नगर निगम को सौंप दिया जाएगा। बता दें कि लखनऊ विकास प्राधिकरण के स्तर से यह प्रस्ताव बोर्ड मीटिंग में पास किया गया था। इसके अलावा लविप्रा द्वारा नगर आयुक्त को इस मसले पर फिर से अवगत करा दिया गया है।
पत्र में उल्लेख किया गया है कि दोनों कालोनियों में मूलभूत सुविधाओं का काम हो गया है। अब नगर निगम यहां से गृहकर जैसी कार्रवाई आगे बढ़ा सकता है। इससे नगर निगम के राजस्व में जहां बढ़ोत्तरी होगी, वहीं उसका दायरा गृहकर के मामले में और बढ़ जाएगा। इसके अलावा कूड कलेक्शन, स्ट्रीट लाइन, सड़क, नालों की सफाई जैसी जिम्मेदारी बढ़ जाएगी। लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया कि यह कवायद पिछले डेढ़ से दो साल से चल रही थी।
लविप्रा ने गोमती नगर विस्तार और जानकीपुरम विस्तार में खराब सड़के, नाले, स्ट्रीट लाइट, पार्क सब दुरुस्त करवा दिए हैं। अब दोनों कालोनियों को नगर निगम आसानी से ले सकता है और गृहकर की गणना जैसे काम कर सकता है। बता दें कि लविप्रा पिछले कई सालों से दोनों कालोनियों को नगर निगम को हैंडओवर करने की तैयारी कर रहा है। यह मुद्दा कई सालों से चल रहा है। कालोनियां नगर निगम को स्थानांतरित होने के बाद लविप्रा के कई सौ करोड़ रुपये बचेंगे, यह राशि गोमती नगर विस्तार व जानकीपुरम विस्तार में हर तीन से चार चार में खर्च हो रही थी।
लविप्रा विकास के मामले था सुस्तः लविप्रा गोमती नगर विस्तार व जानकीपुरम विस्तार कालोनी में साफ सफाई, बरसात से पहले नालों की सफाई, सड़कों की मरम्मत व नई सड़क बनवाने के मामले में पीछे था। यहीं पार्क के रखरखाव के लिए स्थानीय आवंटी ही अपनी समितियां बनाकर रखरखाव कर रहे थे। लविप्रा के उच्चाधिकारियों के दखल बाद ही कोई विकास कार्य यहां हो पा रहा था।
स्थानीय पार्षद करवा सकेंगे कामः स्थानीय पार्षद यहां विकास कार्य बहुत ज्यादा नहीं करा पाते थे। कारण होता था कि कालोनी नगर निगम को हैंडओवर नहीं हुई है। अब कालोनी जैसे ही हैंडओवर होगी तो पार्षद यहां समय समय पर सड़के, नालों, पार्क का ध्यान रख सकेंगे। इससे स्थानीय लोगों में उम्मीद जागी है कि कुछ विकास कार्य तो होंगे।