पीडि़त युवकों का आरोप था कि 12 मई को वह भाई की दवा लेने मेडिकल कॉलेज जा रहे थे। देर रात कार खराब हो गई थी जिसे शिखर व उनके दोस्त ठीक करने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और मारपीट की थी।
लखनऊ, भाई की दवा लेने निकले आजादनगर निवासी शिखर गुप्ता की कृष्णानगर कोतवाली में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा पिटाई करने के मामले में आरोपित दारोगा व सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है। एसीपी कृष्णानगर की जांच रिपोर्ट पर डीसीपी मध्य सोमेन बर्मा ने यह कार्रवाई की है। जांच में अन्य पुलिसकर्मियों को दोषी नहीं पाया गया है। गौरतलब है कि पुलिसकर्मियों ने लाठी-डंडे से शिखर को पीटा था। आरोप है कि शिखर की जेब में रखे 1620 रुपये भी छीन लिए थे।
पुलिसकर्मियों की यह करतूत सीसी कैमरे में कैद हो गई है थी, जो इंटरनेट मीडिया पर वायरल थी। पीडि़त ने एसीपी कृष्णानगर को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की थी। शिखर का आरोप था कि 12 मई को वह भाई की दवा लेने मेडिकल कॉलेज जा रहे थे। देर रात कार खराब हो गई थी, जिसे शिखर व उनके दोस्त ठीक करने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच कृष्णानगर कोतवाली में तैनात पुलिसकर्मी वहां पहुंचे और गाली- गलौज कर मारपीट की थी। डीसीपी ने दारोगा शशिकांत सिंह और सिपाही विक्रांत को लाइन हाजिर कर अन्य पुलिसकर्मियों को लोगों से अपना व्यवहार ठीक रखने के निर्देश दिए हैं।
इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ पिटाई का वीडियो
पुलिस की करतूत सीसी फुटेज में कैद हो गई थी। यह फुटेज गुरुवार देर रात में इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद लोग तरह-तरह की टिप्पणी करने लगे। मामला बढ़ता देख शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए। हालांकि अभी तक किसी भी पुलिसकर्मी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।