लखनऊ में खुद को पुलिस वाला बताकर लूट करने वाले बदमाशों का गिरोह पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। पिछले दस महीने में शहर के बीचोंबीच इस गिरोह के शातिरों ने वारदात को अंजाम दिया और लाखों रुपये पार कर दिया।
लखनऊ । खुद को पुलिस वाला बताकर लूट करने वाले बदमाशों का गिरोह पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। पिछले दस महीने में शहर के बीचोंबीच इस गिरोह के शातिरों ने वारदात को अंजाम दिया और लाखों रुपये पार कर दिया। पुलिस ने हर घटना में सीसी फुटेज निकाली लेकिन बदमाशों को नहीं पकड़ सकी। पुलिस की इस लापरवाही से ही बदमाशों का हौसला बुलंद है और अब वह पुलिसकर्मियों को भी निशाना बनाने लगे हैं।
केस 1 आठ अक्टूबर को आलमबाग के चंदरनगर इलाके में सब्जी मंडी के पास सुबह करीब नौ बजे में दो युवकों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर स्कूटी से जा रहे चन्दरनगर ऑर्चिड अपार्टमेंट निवासी हरजीत सिंह मल्होत्रा को रोका। उन्हें फटकार लगाते हुए चेन, अंगूठी और कड़े उतारकर जेब में रखने को कहा। ठगों ने जेवर लेकर कागज की पुड़िया में लपेट दिया। इसी बीच बातों में उलझाकर जालसाजों ने उन्हें खाली कागज की पुड़िया उन्हें थमा दी। वारदात के बाद सीसी फुटेज में बदमाश कैद हुए लेकिन अब तक नहीं पकड़े गए।
केस 2 चिनहट थानाक्षेत्र के कंचनपुर निवासी विनोद सिंह पुलिस विभाग में हेड कांस्टेबल हैं। बीती सात जुलाई को सुबह उनकी पत्नी सुमन घर से पितांबरा विहार के शिवमंदिर गई थीं। वापस लौटते समय दो बाइक सवार टप्पेबाजों ने उन्हें पुलिसकर्मी बताकर रोक लिया। टप्पेबाजों ने उनसे कहा कि, कुछ दूरी पर किसी की हत्या हुई है। इसके एवज में आप अपने गहने उतार दिखाइए। आरोपितों के झांसे में आकर सुमन ने टप्पेबाजों को गहने उतारकर दे दिए। फिर आरोपितों ने महिला को कागज की एक पुड़िया थमा दी और वहां से फरार हो गए।
केस:3 बीती सात जुलाई को सआदतगंज के रहने वाले गिरीश चंद्र साहू की पत्नी पूजा साहू आलमनगर के सरीपुरा केतन विहार स्थित मायके गई थीं। वह बेटे की दवा लेने मेडिकल स्टोर जा रही थीं बाइक सवार दो युवकों ने रोका। खाकी वर्दी में अपना कार्ड दिखाते हुए खुद को पुलिस कर्मी बताया और लूट व हत्या का भय दिखाकर टप्पेबाजों ने उनकी चेन, लाकेट, अंगूठी और बाली उतरवाई। इसके बाद एक कागज की पुडिय़ा में रखवाया। पुडिय़ा बदलकर दूसरी पूजा को दे दी। घर पहुंचकर पूजा ने पुडिय़ा खोली तो उसमें कंकड़ पत्थर मिले।
केस 4 आशियाना क्षेत्र में रजनीखंड सेक्टर आठ में घर से कुछ दूर पर फूल तोड़ रही महिला को खुद को क्राइम ब्रांच का दारोगा बताकर टप्पेबाजों ने उन्हें लूट और हत्या का भय दिखाया। इसके बाद जेवर ले उड़े। पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली लेकिन टप्पेबाजों का पता नहीं चला।
केस 5, 23 जून का आलमनगर फ्लाई ओवर ब्रिज के नीचे मायके आई शबीना को हत्या का झांसा देकर व पुलिसकर्मी बन टप्पेबाजों ने जेवरात उड़ा लिए थे।केस 619 जून को राजाजीपुरम ई ब्लाक सेक्टर 11 निवासी निखत अंजुम को चेकिंग व लूट का झांसा देकर व पुलिसकर्मी बन बदमाशों ने जेवरात उड़ा लिए।
जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने कहा कि टप्पेबाजों को पकड़ने के लिए अभियान चल रहा है और काफी बदमाश पकड़े गए हैं। जो मामला नहीं खुला है उनका खुलासा करने के लिए निर्देशित किया गया है।