लखनऊ में कोरोना संक्रमण की दर 30 दिन में 30 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। विशेषज्ञों के अनुसार स्थिति जल्द सामान्य होगी लेकिन अब भी सावधानी बरतना जरूरी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण दर में एक फीसदी से भी ज्यादा की गिरावट आ चुकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि तीसरी लहर अब खत्म होने की ओर है। हालांकि, इसके बावजूद अब भी सावधानी और ज्यादा से ज्यादा जांच करना बहुत जरूरी है। लखनऊ में दिसंबर के बाद कोविड-19 के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। इसे संक्रमण की तीसरी लहर बताया गया। इस दौरान 19 जनवरी को एक दिन में सबसे ज्यादा 3517 नए केस मिले थे।
संक्रमण दर के लिहाज से भी यह दिन शीर्ष पर था। उस दिन दर 33 प्रतिशत के करीब थी। इसके बाद से संक्रमण के मामलों में उतार-चढ़ाव जारी रहा, लेकिन एक दिन में अधिकतम संख्या 3517 से ज्यादा नहीं पहुंची। वहीं, फरवरी में संक्रमण के मामलों में और कमी आ गई। पिछले चार दिन से संक्रमण की दर एक फीसदी से भी कम रह रही है।
12 से 13 हजार के बीच रोजाना जांच
लखनऊ में इस समय रोजाना कोरोना के सौ से दो सौ के बीच नए केस मिल रहे हैं। बीते दिनों के मुकाबले नए केसों की संख्या में कमी आने की वजह से लिए जाने वाले सैंपल की संख्या में भी गिरावट आई है। इस समय रोजाना 12 से 13 हजार के बीच सैंपल लिए जा रहे हैं।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. मिलिंद वर्धन का कहना है कि 30 दिन में संक्रमण के मामलों में काफी कमी आई है। इस समय संक्रमण दर भी एक फीसदी से नीचे आ गई है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में हालात और सामान्य होंगे। हालांकि, अब भी कोरोना के लक्षण होने पर तुरंत जांच कराएं। इससे वायरस के प्रसार पर नियंत्रण रखने में कामयाबी मिलेगी।