लखनऊ के गोमतीनगर स्थित पत्रकारपुरम पुलिस चौकी में आकर बच्ची बोली आप लोगों से बात करनी है। एसीपी ने बताया कि पहले तो उन्हें लगा कि बच्ची को कोई समस्या है लेकिन जब बच्ची ने सवाल करने शुरू किए तो वह हैरान रह गईं।
लखनऊ । पुलिस के कई चेहरे हैं। अक्सर पुलिसकर्मियों की छोटी-छोटी गलतियों को लोग बड़ी बताकर उनके प्रति गुस्सा जाहिर करते हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पुलिस भी छवि में सुधार और लोगों के प्रति व्यवहार बदलने की दिशा में लगातार काम हो रहा है। इससे न केवल आम जनमानस, बल्कि बच्चों में भी पुलिस के प्रति सम्मान का भाव बढ़ा है। इसका ताजा उदाहरण पत्रकारपुरम पुलिस चौकी में देखने को मिला।
एसीपी गोमतीनगर श्वेता श्रीवास्तव मातहतों के साथ पत्रकारपुरम में गश्त कर रही थीं। इस बीच उन्हें एक बच्ची काफी देर से देख रही थी। गश्त के बाद एसीपी मातहतों के साथ पत्रकारपुरम पुलिस चौकी में गईं। पीछे-पीछे बच्ची भी पुलिस चौकी में दाखिल हो गई। बच्ची ने भीतर प्रवेश करते ही कहा कि मुझे आप लोगों से बात करनी है।
एसीपी ने बताया कि पहले तो उन्हें लगा कि बच्ची को कोई समस्या है। 10 साल की बच्ची ने बताया कि उसका नाम आराध्या है। एसीपी ने पूछा कि बताओ आपको क्या बात करनी है? बस, फिर क्या था। बालमन ने सवालों की झड़ी लगा दी। पुलिस दिन रात कैसे काम करती है? आप लोग सोते कब हैं? घर कब जाते हैं? आपके बच्चे कुछ नहीं कहते? परिवार को कब समय देते हैं? मैं क्या पढ़ाई करूं…?
आराध्या के सवालों ने सभी को चौका दिया। कुछ देर के लिए वहां सन्नाटा पसर गया, लेकिन जवाब तो देना था। ऐसे में एसीपी ने आराध्य को उसके सवालों के जवाब दिए। पूछने पर आराध्य ने बताया कि वह अपने माता पिता के साथ बाजार आई थी। इसके बाद आराध्य के माता-पिता को बुलाया गया। एसीपी ने आराध्य के साथ फोटो ट््वीट की जो वायरल हो गई। उन्होंने बताया कि ब’चे अब पुलिस के पास जाने में संकोच नहीं कर रहे। वे जिज्ञासु हैं और ये अच्छे बदलाव का संकेत है।