दो साल से बंंद मुहर्रम के जुलूस इस साल निकाले जाएंगे। इसको लेकर पुराने लखनऊ में तैयारियां शुरू हो गई हैं। 31 जुलाई से मुहर्रम शुरू रहा है। इस दौरान मजलिस भी होगी। इसे लेकर संबंधित विभाग तैयारियों में जुट गए हैं।
लखनऊ, आवाज़ – ए – लखनऊ ] कोरोना के चलते दो साल से बंंद मुहर्रम के जुलूस इस साल निकाले जाएंगे। इसको लेकर पुराने लखनऊ में तैयारियां शुरू हो गई हैं। 31 जुलाई से मुहर्रम शुरू रहा है। इस दौरान जुलूस निकाले जाएंगे और मजलिस भी होगी। पुराने लखनऊ में होने वाले इन कार्यक्रमों में किसी तरह की असुविधा न हो, इसे लेकर संबंधित विभाग तैयारियों में जुट गए हैं। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बुधवार को पुराने लखनऊ के कई इलाकों का दौरा किया। उन्होंने विशेष सफाई अभियान चलाने के साथ ही सड़कों पर गड्ढे भरने के निर्देश भ्री दिए।
नगर आयुक्त बुधवार सुबह बुद्धा पार्क के पास जिन्नातों वाली मस्जिद के पास पहुंचे और वहां सड़क के साथ ही सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने आस-पास उग आए जंगली पौधों को हटाने का निर्देश दिया। यहां से आठवीं मुहर्रम का जुलूस उठेगा। जोनल अधिकारी-छह डा. बिन्नो अब्बास रिजवी और जोनल अधिकारी दो अरुण चौधरी के साथ नगर आयुक्त ने बड़े इमामबाड़ा से लेकर छोटे इमामबाड़ा तक का दौरा किया। यहां सड़कों को ठीक करने के लिए नगर आयुक्त ने लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिया। बड़े इमामबाड़ा से छोटे इमामबाड़ा के बीच मेंहदी का जुलूस निकलेगा। यहां पर सफाई के साथ ही सड़कों को ठीक करने के निर्देश दिए गए। नगर आयुक्त ने उन इलाकों का भी दौरा किया जहां मुहर्रम के अन्य जुलूस भी निकलेंगे। इसी तरह जहां-जहां मजलिस होगी, वहां भी व्यवस्थाओं को देखा।
दो साल बाद निकलेगा जुलूस : कोरोना के चलते दो साल से मुहर्रम के जुलूस निकल नहीं पाए थे, इसलिए जुलूस को लेकर किसी तरह का व्यवधान न हो, इसे लेकर प्रशासन सतर्क है। साफ-सफाई को लेकर कमेटियां बनाई गई हैं। सुरक्षा के भी खास इंतजाम पुराने शहर में रहेंगे। विभिन्न जुलूस मार्ग को लेकर भी कार्ययोजना संबंधित विभागों को भेजी जा चुकी है। इसी तरह रात में सड़कों पर लाइटों का भी इंतजाम होगा। दसवीं मुहर्रम को शहर के विभिन्न इलाकों में ताजिया निकाली जाती है। सुबह से लेकर शाम तक ताजिया निकाली जाती है और भारी हुजूम सड़कों पर दिखाई देता है।