त्योहारी सीजन में सस्ता टमाटर और प्याज दिलाने के लिए जिम्मेदारों के दावे अभी जमीन पर नहीं आ पाए हैं। आउटलेट बनाने के बाद भी फुटकर मंडियों में जहां टमाटर के दाम 60 से 70 रुपये हैं वहीं प्याज का भाव 40 से 50 रुपये प्रति किलो है।
लखनऊ, त्योहारी सीजन में सस्ता टमाटर और प्याज दिलाने के लिए जिम्मेदारों के दावे अभी जमीन पर नहीं आ पाए हैं। आउटलेट बनाने के बाद भी फुटकर मंडियों में जहां टमाटर के दाम 60 से 70 रुपये हैं वहीं प्याज का भाव 40 से 50 रुपये प्रति किलो है। थोक मंडी में टमाटर 45 से 48 रुपये किलो तो प्याज 25 से 28 रुपये किलो तक है। पहले टमाटर के रेट 80 और प्याज 60 रुपये किलो बिक रहा था।
दीपावली पर्व पर गुरुवार को भी सब्जियों के दाम में कमी नहीं दिखी। कारोबारी कह रहे हैं कि फिलहाल अभी जल्दी अंतर नहीं पड़ने वाला है। वजह त्योहारी सीजन में डिमांड ज्यादा है। आगे भी सहालग है। ऐसे में खपत बढ़ी रहेगी। तेजी में मामूली अंतर दो-चार दिन के लिए जरूर आएगा लेकिन करीब एक माह तक हालात सामान्य होने के आसार नहीं हैं। जब तक गैर प्रांत बैंगलूरू एवं नासिक की मंडी से होने वाली आपूर्ति सामान्य नहीं हो जाती है तब तक स्थिति में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
फुटकर मंडी
सब्जियों के दाम हफ्तेभर पहले रुपये प्रति किलो में
सब्जी पहले अब
टमाटर 80 60 से 70
प्याज 60 50
लहसुन 120 120
महंगी सब्जियां रुपये प्रति किलो
- सोया मेथी 120
- आलू पुराना 30
- आलू नया 50
- पालक 60
- शिमला मिर्च 120
- बींस 120
- धनिया 120
- मशरूम 50 रुपये दो सौ ग्राम
- लौकी-तरोई 50
टमाटर और प्याज में अभी दो-चार दिन में राहत मिलने के आसार नहीं हैं। लोकल मंडी से आमद खत्म हो चुकी है। ऐसे में बाहर से आने वाला माल महंगा है। आपूर्ति कम है। डिमांड ज्यादा है। आपूर्ति सामान्य होने में थोड़ा वक्त है। -रिंकू सोनकर, थोक आढ़ती, सीतापुर रोड नवीन सब्जी मंडी
अभी टमाटर, प्याज, समेत कई हरी सब्जियां महंगी हैं। फुटकर बाजार में 70 के आसपास टमाटर और प्याज 50 के ऊपर है। सोया-मेथी के अलावा आलू तक अभी महंगा है। -कुलदीप अवस्थी, फुटकर विक्रेता
लोगों को थोक रेट पर फुटकर माल की बिक्री सुनिश्चित कराने के लिए मंडी ने दुबग्गा और सीतापुर रोड स्थित नवीन मंडी में स्टाल शुरू कर दिए हैं। जो लोग आ रहे हैं उन्हें सस्ता टमाटर और प्याज दिलवाया जा रहा है। नगर निगम और प्रशासन ने काउंटर लगाए हैं। जल्द ही हालात सामान्य हो जाएंगे। -संजय सिंह, सचिव मंडी