राजधानी लखनऊ की दो प्रसिद्ध मिठाई की दुकान पर राज्य जीएसटी की टीमों ने कर चोरी के मामले में छापा मारा है। छप्पन भोग और राधेलाल (परंपरा) के सभी 14 ठिकानों पर स्टेट जीएसटी की टीमों ने छापा मारकर पड़ताल शुरू कर दी।
लखनऊ, आवाज़ ~ ए ~ लखनऊ : दीपावली से पहले गुरुवार को वाणिज्य कर विभाग की टीम लखनऊ में एक्टिव हो गई। लखनऊ में वाणिज्य कर विभाग की जीएसटी की टीमों ने मिठाई के दो बड़े प्रतिष्ठानों पर छापा मारा। लखनऊ में छप्पन भोग के साथ राधेलाल (परंपरा) पर इस छापे से खलबली मच गई है।
राजधानी लखनऊ की दो प्रसिद्ध मिठाई की दुकान पर राज्य जीएसटी की टीमों ने कर चोरी के मामले में छापा मारा है। छप्पन भोग और राधेलाल (परंपरा) के सभी 14 ठिकानों पर स्टेट जीएसटी की टीमों ने एक साथ छापा मारकर अचानक ही पड़ताल शुरू कर दी।
70 अधिकारियों की टीम ने एक साथ ठिकानों पर छापेमारी की
राज्य कर एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम ने गुरुवार को छप्पन भोग और परंपरा (राधेलाल) के 14 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की । 70 अधिकारियों की टीम ने एक साथ सभी ठिकानों पर छापेमारी की। राज्य कर की ज्वाइंट कमिश्नर जैसमीन जैन ने बताया कि औचक छापेमारी में दोनों की प्रतिष्ठानोें के 14 दुकानों व कारखानों में छोपमारी की गई। छापेमारी स्टाक रजिस्टर के साथ ही बिल रसीद समेत कई दस्तावेजों का जब्त करके छानबीन चल रही है। दोनों प्रतिष्ठानों में दस्तावेजों में दर्ज स्टाक से कहीं अधिक का माल पकड़ा गया है।
राज्य कर के अधिनियम के तहत जांच
राज्य कर के अधिनियम के तहत उनकी जांच की जा रही है। सदर बाजार स्थित मिष्ठान भंडार छप्पन भोग के यहां गुरुवार सुबह छापा मारा गया है। अफसरों को करोड़ों रुपए के टैक्स चोरी की आशंका है। सदर बाजार में प्रभु दयाल मार्ग पर स्थित प्रतिष्ठान पर सुबह विभाग की टीम में यहां छापेमारी की है। छप्पन भोग के मालिक से पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही चौक व सप्रू मार्ग स्थित परंपरा में भी छापेमारी की गई।
लखनऊ, अयोध्या और कानपुर की टीमों ने की पड़ताल
छप्पन भोग और राधेलाल (परंपरा) के 14 प्रतिष्ठानों पर स्टेट जीएसटी की तीन जोन लखनऊ, अयोध्या और कानपुर की टीमों ने पड़ताल की। इस दौरान करीब 60-70 अधिकारी पड़ताल में लगे। कर चोरी के मामले में छापे के दौरान प्रतिष्ठान के प्रमुख लोगों से सभी कागजात उपलब्ध कराने को कहा गया। इसके साथ ही सभी कम्प्यूटर तथा मशीनों को भी चेक किया गया। स्टेट जीएसटी की तरफ से बीते कई वर्ष में यह पहली बड़ी कार्रवाई की गई है।