कोरोना काल के कारण एलडीए के शिविर लग नहीं सके थे। स्थितयियां समान्य होने पर यह प्रयास लविप्रा द्वारा फिर से किया गया है। हालांकि शिविर में आवंटियों व लविप्रा अफसरों व कर्मचारियों को कोविड 19 का पूरी तरह से पालन करना होगा।
लखनऊ । लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) अपनी योजनाओं में भूखंड, चबूतरा, दुकान व वाणिज्यक भूखंड की रजिस्ट्री (निबंधन) करेगा। डीएम एवं लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश के आदेश पर सोमवार यानी 12 जुलाई से शिविर लगाकर अभियान के रूप में निबंधन की कार्यवाही की जाएगी। यही नहीं अब तक जितनी भी संपत्तियां बेची गई हैं और उनका पूरा पैसा जमा है और कोई विवाद नहीं है तो आवंटी सीधे रजिस्ट्री करवा सकेगा। सालों बाद यह शिविर लविप्रा अपने यहां लगवाने जा रहा है। कोरोना काल के कारण शिविर लग नहीं सके थे। स्थितयियां समान्य होने पर यह प्रयास लविप्रा द्वारा फिर से किया गया है। हालांकि शिविर में आवंटियों व लविप्रा अफसरों व कर्मचारियों को कोविड 19 का पूरी तरह से पालन करना होगा। लविप्रा इस पूरी प्रकिया की वीडियो ग्राफी भी कराएगा।
डीएम एंव लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने बताया कि दिसंबर 2020 से अब तक सैकड़ों फ्लैट प्राधिकरण द्वारा बेचे गए हैं। बसंत कुंज योजना में लंबित मामलों का निस्तारण हुआ है और इसके अलावा ढाई सौ भूखंडों का पंजीकरण लविप्रा ने हरदोई रोड स्थित बसंत कुंज योजना में खोला था, अगर आवंटियों ने पैसा जमा कर दिया है और वह रजिस्ट्री करवाना चाहते हैं तो उनके लिए बेहतर विकल्प यह होगा। क्योंकि एक छत के नीचे सभी अनुभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहेंगे। आवंटियों को भटकना नहीं होगा और पंद्रह दिन में होने वाला काम चंद घंटे में हो जाएगा। उन्होंने बताया कि यह शिविर लखनऊ विकास प्राधिकरण में दस कार्य दिवस तक लगा रहेगा। अ
अगर जरूरत महसूस की गई तो उसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। इसके पीछे उद्देश्य है कि आवंटियों को किसी प्रकार से परेशान न होना पड़े।
आवंटी को लाने होंगे मूल दस्तावेज: निबंधन कराने से पूर्व आवंटी को अपनी पासपोर्ट साइज की फोटो, आवंटन के मूल दस्तावेज, जिसमें रजिस्ट्री भी हो। इसके अलावा आवंटन पत्र, रसीदें व अफसरों द्वारा बताए गए स्टंप भी लेना होगा। आवंटी लविप्रा के पास स्थित बैंक से भी स्टंप खरीद सकेंगे।