राज्य भंडारण निगम प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रबंधक बृजेश सिंह ने 13 फरवरी 2021 को फतेहपुर आल इंडिया वेयर हाउसिंग कारपोरेशन इम्पलाइज यूनियन सुपरवाइजर के लेटर पैड में एफसीआइ में स्थायी नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे शासनादेश तैयार कराए गए थे।
फतेहपुर । उप्र राज्य भंडारण निगम में संविदा पल्लेदारों को स्थायी नौकरी का लालच देकर उनसे करोड़ों रुपये ठगने वाले नटवरलाल को कोतवाली पुलिस ने लखनऊ एसटीएफ की मदद से बीती रात पराग डेरी लखनऊ से धर दबोचा।
शहर कोतवाल सत्येंद्र सिंह को सोमवार देर रात 11 बजे मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि लखनऊ के पराग डेयरी चौराहा में करोड़ों रुपये ठगने वाला 25 हजार रुपये का इनामिया देवेश कुमार चार पहिया गाड़ी के साथ डेरा जमाए है। एसपी राजेश कुमार सिंह के निर्देश पर शहर कोतवाल के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बीती रात लखनऊ पहुंची और एसटीएफ लखनऊ के उपनिरीक्षक पंकज कुमार सिंह की मदद से 2:15 बजे पर पराग डेयरी लखनऊ में छापेमारी की। वहां से इनामिया देवेश कुमार सिंह को धर दबोचा।
शहर कोतवाल ने बताया कि 25 हजार के इनामिया देवेश कुमार सिंह उर्फ वीरू निवासी पूरबखेड़ा थाना कोतवाली जिला उन्नाव को कार व 600 रुपये नकद के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। बताया कि विवेचना दौरान स्पष्ट हुआ है कि उ.प्र. राज्य भंडारण निगम में पल्लेदारों को स्थायी नौकरी दिलाने के नाम पर उक्त गिरोह ने करीब एक हजार लोगों से करीब एक अरब रुपये हड़प लिए। इनके गिरोह ने पड़ोसी जिले कानपुर, उन्नाव, रायबरेली, लखनऊ, सीतापुर में भी ठगी की थी।
एफसीआइ में स्थायी नौकरी का क्या था मामला: राज्य भंडारण निगम प्रयागराज के क्षेत्रीय प्रबंधक बृजेश सिंह ने 13 फरवरी 2021 को फतेहपुर आल इंडिया वेयर हाउसिंग कारपोरेशन इम्पलाइज यूनियन सुपरवाइजर के लेटर पैड में एफसीआइ में स्थायी नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे शासनादेश तैयार करने के आरोप में रामगोपाल निवासी बिलरिया थाना रामपुर जिला सीतापुर, तेजपाल निवासी सरसई थाना मिश्रित जिला सीतापुर, कमलेश निवासी टिकरिया थाना खैराबाद जिला सीतापुर, देवेश कुमार सिंह निवासी पूरबखेड़ा थाना कोतवाली जिला उन्नाव पर धोखाधड़ी व गबन का मुकदमा दर्ज कराया था। विवेचना बाद पुलिस ने श्यामकिशोर पांडेय निवासी धौराहा थाना शाहबाद जिला हरदोई को भी नामजद किया था।
पड़ोसी जिले के मजदूरों से ठगे थे लाखों रुपये: बाकरगंज चौकी प्रभारी अनिरुद्ध द्विवेदी ने बताया कि उक्त जालसाजों पर फतेहपुर के साथ सीतापुर व रामपुर में भी एफसीआइ में फर्जी शासनादेश व दस्तावेजों के सहारे पल्लेदारों को स्थायी नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये ठगने का मुकदमा दर्ज है जिसमें रामपाल, कमलेश, श्यामकिशोर इस समय सीतापुर जेल में निरुद्ध हैं। किसी पल्लेदार से 2 लाख तो किसी से 3 लाख रुपये लिए थे। इनके गिरोह ने पल्लेदारों को विश्वास में लेने के लिए फर्जी वेबसाइट व सचिवालय के अनुसचिव के फर्जी लेटर भी तैयार करवा लिए थे।