लखीमपुर में स्कूल में खाना बनाते समय सिलिंडर में लगी आग, झुलसने से रसोइया की मौत

लखीमपुर में कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सहदेवा स्थित प्राथमिक विद्यालय में किचन में खाना बनाते वक्‍त सि‍लिंडर ब्‍लास्‍ट हुआ। इस दौरान रसोइया की मौत हो गई। रसोइया के बच्‍चों को विभागीय सहयोग से पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।

 

मोहम्मदी ( लखीमपुर )  कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सहदेवा में स्थित प्राथमिक विद्यालय में बच्चों के लिए खाना बनाते समय लीकेज के कारण गैस सिलिंडर में आग लग गई। जिससे 40 वर्षीय रसोइया गंभीर रूप से झुलस गई। इलाज के लिए रसोइया को शाहजहांपुर जिला अस्पताल ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। हादसे में एक 14 वर्षीय बच्चा भी झुलस गया है।

हादसे के बाद पहुंचे ग्रामीणों और परिवारजन ने जमकर हंगामा काटा। सूचना मिलने पर बीएसए, विधायक समेत तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बीएसए ने पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। रसोइया के पांच बच्चे हैं, जिनके लिए विभागीय सहयोग से पांच लाख रुपये की मदद दी जाएगी।

शनिवार करीब 11 बजे सहदेवा प्राथमिक विद्यालय में रसोइया अनीता देवी खाना बनाने के लिए आईं थीं। रसोई घर में सिलिंडर में लगा चूल्हा ठीक से नहीं चल रहा था। जिसे अनीता देवी सिलिंडर की सफाई करने लगीं। इस दौरान सहयोग के लिए अनीता ने पूर्व में स्कूल में पढ़ने वाले 14 वर्षीय छात्र अकरम को भी बुला लिया। छात्र अकरम और रसोइया अनीता देवी गैस चूल्हे का बर्नर साफ कर जैसे ही माचिस लगाई गैस लीकेज होने के चलते सिलिंडर ने आग पकड़ ली और किचन में आग गई।

विद्यालय में आग लगते ही अफरा तफरी मच गई। विद्यालय स्टाफ और बच्चों ने आनन फानन में सिलिंडर को उठाकर बाहर फेंका, तब तक अनीता देवी आग की चपेट में आ गईं। जिससे उसकी साड़ी में आग लग गई और वह गंभीर रूप से जल गईं। वहीं अकरम ने भागकर अपनी जान बचाई। मृतका अनीता देवी की मौत के बाद परिजन उसके शव को सीएचसी मोहम्मदी ले आए।

काफी देर तक हंगामा करने के बाद एसडीएम, सीओ अरविंद वर्मा, इंस्पेक्टर और विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह व एसीएमओ डा. अनिल गुप्ता भी वहां पहुंचे। जहां परिवारजन को काफी समझाने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटना के संबंध में इंस्पेक्टर अंबर सिंह का कहना है कि घटना की जांच भी की जा रही है।

मामले में बीएसए लक्ष्मीकांत पाण्डेय ने जांच के आदेश दिए हैं। बीएसए ने बताया कि रसोइया के पांच बच्चे हैं। विभागीय सहयोग से पांच लाख रुपये की मदद बच्चों को दी जाएगी। हर बच्चे का एक-एक लाख का एफडी कराया जाएगा। साथ ही गैस एजेंसी की तरफ से भी पीड़ित परिवार को मदद पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।

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