शहर को स्वच्छ बनाने के नाम पर आमजन की जान के साथ खेल मामला हरदोई पुल के समीप का है यह मार्ग दिन हो या रात हमेशा व्यस्त रहता है क्योंकि इस रास्ते से छोटे-मोटे वाहन (साइकिल ,मोटरसाइकिल, कार) निकलते हैं।
आवाज –ए–लखनऊ ~ उन्नाव – जहां एक तरफ़ प्रदेश की डबल इंजन की भाजपा सरकार प्रदेश के विकास कार्यों को दुगनी रफ्तार देकर प्रदेश के कायाकल्प को बदलकर भारत में एक अलग स्थान दिलाने के लिए अथक प्रयास कर रही हैं, वही दूसरी तरफ उन्नाव के कुछ तथ्य जमीनी सच्चाई इस प्रकार बया करती है मानो हम प्रदेश में हैं ही नहीं, हां मामला ही कुछ ऐसे हैं जगह से संबंध रखता है।
बड़ा चौराहा (उन्नाव शहर का सबसे व्यस्त क्षेत्र) जहां का मार्ग उन्नाव के कई सरकारी भवनों का संपर्क मार्ग है( न्यायालय ,कचहरी, एसपी ऑफिस, डीएम ऑफिस आदि) जहां पर आमजन अपनी समस्या का समाधान करवाने की आश में जाते हैं, राहों के हाल खस्ता होने के कारण पीड़ित की समस्या का निदान हो या ना हो पर पहुंचते पहुंचते वह और परेशान हो जाता है क्योंकि छोटा चौराहा के समीप से लेकर बड़े चौराहा तक की मार्ग पर डामर रोड के साथ-साथ रोड पर ही कई जगह काफी बड़े-बड़े गड्ढे हैं और छोटे-मोटे डेंट की तो बात ही छोड़ दीजिए, कई जगहों पर तो पानी भरे छोटे मोटे कुएं भी मिल जायेंगे
शहर को स्वच्छ बनाने के नाम पर आमजन की जान के साथ खेल मामला हरदोई पुल के समीप का है यह मार्ग दिन हो या रात हमेशा व्यस्त रहता है क्योंकि इस रास्ते से छोटे-मोटे वाहन (साइकिल ,मोटरसाइकिल, कार) तो निकलते ही निकलते हैं साथ में उनसे अत्यधिक मात्रा में भारी वाहन ट्रक डीसीएम आदि निकलते हैं जिसके चलते ही यह मार्ग बहुत अधिक व्यस्त रहता है बावजूद उसके में रोड पर ही कूड़ा फेंकने का स्थान नगर पालिका द्वारा बनाया गया है जिसके चलते क्षेत्रीय (आस पास)लोग कूड़ा मजबूरी में वहीं पर फेंकते हैं जिम्मेदार कर्मचारियों द्वारा कूड़ा उठाने का ना तो कोई टाइम फिक्स है और ना कुछ जिसके चलते आवारा पशु भी अपना पेट भरने के लिए उस कूड़ेदान में कुछ ना कुछ ढूंढा करते हैं हालात की स्थिति समझकर आप खुद समझ सकते हैं की कब कितना बड़ा हादसा कैसे हो जाए कुछ नहीं पता बावजूद इसके जिम्मेदारों को कोई फर्क नहीं पड़ता ।
बहुचर्चित स्थान पर पहुंचने हेतु यह मार्ग अपनी अहम भूमिका निभाता है जिसके चलते जिम्मेदारों का भी ध्यान इसकी तरफ जाता होगा परंतु जानकर भी जिम्मेदार क्यों है अनजान