पिछले दिनों रेलबाजार में ई-रिक्शा चालक की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस ने उसके तीन दोस्तों को गिरफ्तार किया है जिसमें उन्होंने कुबूला है कि रिक्शा चालक की हत्या व्यापारिक रंजिश की थी। पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया है।
कानपुर, रेलबाजार में ई-रिक्शा चालक की हत्या व्यापारिक रंजिश में उसके तीन साथियों ने मिलकर की थी। हत्यारोपितों ने ई-रिक्शा चालक के साथ शराब पीने के बाद घटना को अंजाम दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपितों द्वारा मोबाइल स्विच आफ करने के बावजूद पुलिस ने सर्विंलास टीम की मदद से आरोपितों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया। पुलिस ने हत्यारोपितों पर कानूनी कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा।
रेलबाजार स्थित मीरपुर निवासी 36 वर्षीय ई-रिक्शा चालक मोहम्मद शफीक उर्फ मोटे बीती 22 जनवरी को घर से निकले थे। उसके बाद घर नहीं लौटने पर 23 जनवरी को उनकी मां ने अनीसा ने रेलबाजार थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जिसके बाद 24 जनवरी को कैंट स्थित 10 नंबर कैंटीन के पास जंगल में शफीक का रक्तरंजित शव मिला था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो जानकारी हुई कि शफीक लकड़ी बेचने का व्यापार करता था। जिसमें उसके कुछ साथी शामिल थे। इसी व्यापार को लेकर शफीक की अपने साथी रेलबाजार निवासी नसीम और जमील से रंजिश चल रही थी। जिसके बाद शफीक ने ई-रिक्शा चलाना शुरू कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर नसीम और जमील को गिरफ्तार किया। जिन्होंने पूछताछ के दौरान बताया कि उन लोगों ने अपने तीसरे साथी रेलबाजार निवासी मुन्ना के साथ मिलकर व्यापारिक रंजिश में शनिवार रात को शफीक की हत्या की थी। थाना प्रभारी रत्नेश सिंह ने बताया कि हत्यारोपितों पर कानूनी कार्रवाई कर जेल भेजा गया है।
साथ में शराब पीने के बाद की हत्या
हत्यारोपितों ने बताया कि उन्होंने शफीक द्वारा व्यापारिक साझेदारी तोड़ने पर उन लोग रंजिश मानने लगे थे। जिसके बाद शफीक को सबक सिखाने के लिए उन लोगों ने शनिवार को उसे बातचीत के लिए बुलाया था। जिसके बाद उन सभी लोगों ने मिलकर शराब पी। इस बीच वह लोग बातचीत करते हुए उसे कैंट स्थित 10 नंबर कैंटीन के सुनसान इलाके में ले गए। जहां पहले शफीक से उन लोगों ने सड़क पर मारपीट की। जिसके बाद उसे जंगल में ले जाकर सिर में ईट से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी।