लखनऊ में शहीदपथ पर हुए एक हादसे में स्कूटी सवार शिक्षिका की सड़क पर फैली गिट्टी पर स्कूटी फिसलने से मौत हो गई। हादसा विभूतिखंड इलाके में समिट बिल्डिंग के सामने हुआ। प्रतिबंध के बाद भी शहीदपथ से कामर्शियल वाहन गुजर रहे हैं।
लखनऊ, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में वीवीआइपी और वीआइपी मूवमेंट के चलते सुरक्षा के दृष्टिगत शहीदपथ और शहर में भारी कामर्शियल वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है। इसके बाद भी शहीदपथ पर कामर्शियल वाहन दौड़ रहे हैं। पुलिस और प्रशासनिक अलमे की घोर लापरवाही के कारण शनिवार सुबह स्कूटी सवार 58 वर्षीय शिक्षिका सीमा वर्मा की जान चली गई, जबकि उनके पति घायल हो गए। दरअसल शुक्रवार देर रात शहीदपथ से गिट्टी से भरा कामर्शियल वाहन गुजरा। जिससे गिट्टी सड़क पर गिर कर फैल गई थी।
सीमा वर्मा गोमतीनगर विस्तार सेक्टर छह की रहने वाली थीं। वह बख्सी का तालाब स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका थीं। शनिवार सुबह उनके पति सुनील वर्मा स्कूटी से कमता चौराहे पर छोड़ने जा रहे थे। कमता से उन्हें मारुति वैन से स्कूल जाना था। सुनील वर्मा के मुताबिक वह शहीदपथ पर समिट बिल्डिंग के सामने सड़क पर गिट्टी फैली पड़ी थी। उनकी स्कूटी फिसल गई और सड़क पर गिर गए। इस बीच पीछे से आई तेज रफ्तार कार ने पत्नी को कुचल दिया। वहीं, हादसे के बाद भाग रहे कार चालक को राहगीरों ने पकड़ लिया।
राहगीरों की सूचना पर पहुंची विभूतिखंड पुलिस दोनों को लोहिया अस्पताल लेकर पहुंची। जहां, डाक्टरों ने सीमा को मृत घोषित कर दिया। जबकि सुनील को भर्ती कर लिया उनका इलाज चल रहा है। होश में आने पर सुनील ने घटना की जानकारी दी। उधर, पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिवारजन ने बताया कि सीमा के परिवार में उनका एक बेटा क्षितिज और बेटी समृद्धि है। इंस्पेक्टर विभूतिखंड राम सिंह ने बताया कि रात में कोई कामर्शिलय वाहन गुजरा है। जिस पर लदी गिट्टी सड़क पर गिर गई। गिट्टी में स्कूटी स्लिप कर गई थी।
मामला तूल पकड़ता देख हादसे के बाद आनन फानन हटवा दी गई गिट्टी
शहीदपथ पर फैली गिट्टी के कारण हादसा होने से राहगीर आक्रोशित हो गए। उधर से गुजर रहे कार और बाइक सवार सभी पुलिस और प्रशासनिक व्यवस्था को कोस रहे थे, कि जब भारी कामर्शिलय वाहनों का आवागमन इन्वेस्टर्स समिट के कारण प्रतिबंधित है तो शहीदपथ से गिट्टी भरी गाड़ी कैसे गुजर गई। राहगीरों ने विरोध और हंगामा शुरू कर दिया। बवाल बढ़ता देख पुलिस कर्मियों ने उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया। इसके बाद आनन फानन सड़क पर फैली गिट्टी हटवा दी।