वाराणसी के नाटकोट्टाई नगरम क्षेत्रम संस्था ने शनिवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को चांदी का पलंग व बिछावन दान किया गया। वाराणसी में इस संस्था के लोगों ने मिलकर बाबा की शयन आरती के लिए यह व्यवस्था की है।
वाराणसी, सावन के पवित्र माह में श्रीकाशी विश्वनाथ की शयन आरती अब और भव्य होगी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा की शयन आरती के लिए चांदी का पलंग तथा बिछावन दान किया गया है। वाराणसी के नाटकोट्टाई नगरम क्षेत्रम संस्था ने शनिवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को चांदी का पलंग व बिछावन दान किया गया।
वाराणसी में इस संस्था के लोगों ने मिलकर बाबा की शयन आरती के लिए यह व्यवस्था की है। वाराणसी के सिगरा क्षेत्र में इस ट्रस्ट का मंदिर और कार्यालय है। बीते दिनों वाराणसी जिला प्रशासन तथा पुलिस कमिश्नरेट ने इस ट्रस्ट की करीब 250 करोड़ रुपए की संपत्ति को अवैध कब्जा से मुक्त कराया था। इस संपत्ति पर दबंगों का करीब 20 वर्ष से कब्जा था। इस संस्था के प्रांगण में दक्षिण भारत से श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन करने के लिए आने वालों को आवास तथा भोजन की सुविधा प्रदान की जाती है।
गंगा द्वार का विकल्प बनेगा नंदू फारिया द्वार
सावन माह में श्रीकाशी विश्वनाथ का दर्शन करने वालों की लगातार बढ़ती संख्या के बीच गंगा नदी का जल स्तर लगातार बढऩे से गंगा द्वार के बंद होने की संभावना बढ़ गई है। जल स्तर ऐसे ही बढ़ता रहा तो सोमवार को गंगा द्वार दर्शन-पूजन के लिए बंद कर दिया जाएगा। इसके बाद विकल्प के तौर पर नंदू फारिया द्वार का उपयोग किया जाएगा। मंदिर प्रशासन ने इसकी योजना बना ली है। वर्तमान में इस द्वार से वीआइपी को दर्शन-पूजन के लिए भेजा जाता है। गंगा द्वार बंद होने के बाद इसे आमजन के लिए भी खोल दिया जाएगा। श्रद्धालु जिस द्वार से प्रवेश करेंगे तो उसी द्वार से निकासी की व्यवस्था की गई है। नंदू फरिया द्वार के अलावा सरस्वती द्वार ढुंढीराज द्वार व विश्वनाथ द्वार से भी दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालु श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में जा सकेंगे।
तीसरे सोमवार को कृतिवासेश्वर महादेव मंदिर में होगा रुद्राभिषेक
महामृत्युंजय रोड स्थित मंदाकिनी माता मंदिर परिसर में शुक्रवार को श्री कृतिवासेश्वर महादेव मंदिर सेवा समिति (न्यास) की बैठक हुई। तय हुआ कि सावन माह के तीसरे सोमवार को पूरे न्यास कमेटी सहित भक्तगण सामूहिक रुद्राभिषेक श्रृंगार व पूजन करेंगे।