अरविंद डिसिल्वा ने कहा कि भारत के पास टैलेंट की कमी नहीं है और इसलिए इस टीम को दूसरे दर्जे की नहीं कहा जा सकता। दुनिया भर में इस समय रोटेशन के आधार पर ही खिलाड़ियों का चयन हो रहा है क्योंकि लगातार बायो बबल में रहना आसान नहीं है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। शिखर धवन की अगुआई में गई भारतीय टीम को श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने दोयम दर्जे का करार दिया था, लेकिन इसी टीम के पूर्व खिलाड़ी अरविंद डिसिल्वा की टीम इंडिया को लेकर बिल्कुल अलग राय है। डिसिल्वा का मानना है कि, जो भारतीय टीम श्रीलंका दौरे पर आई है वो दोयम दर्जे की बिल्कुल भी नहीं है और इस टीम में काफी गहराई है। आपको बता दें कि, श्रीलंका दौरे पर गई टीम इंडिया में विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह जैसे स्टार खिलाड़ी मौजूद नहीं हैं क्योंकि एक दूसरी टीम इंग्लैंड दौरे पर गई हुई है। इन खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी वाली टीम को रणतुंगा ने दूसरे दर्जे का करार दिया था और कहा था कि, ये श्रीलंका क्रिकेट की बेइज्जती है।
अरविंद डिसिल्वा ने कहा कि, भारत के पास टैलेंट की कमी नहीं है और इसलिए इस टीम को दूसरे दर्जे की नहीं कहा जा सकता। दुनिया भर में इस समय रोटेशन के आधार पर ही खिलाड़ियों का चयन हो रहा है क्योंकि लगातार बायो बबल में रहना आसान नहीं है। युवा खिलाड़ियों और अधिकारियों के लिए भी यह मानसिक रूप से काफी चुनौतीपूर्ण है। भविष्य में भी शायद ऐसा ही होगा और अगर आप दूसरे या तीसरे दर्जे की टीम भी भेजते हैं तो वो तीसरे दर्जे की नहीं होगी बल्कि यह रोटेशन के तहत किया गया बंदोबस्त है। उन्होंने ेये बातें वर्चुअल बातचीत में कही।
आपको बता दें कि, भारत और श्रीलंका के बीच तीन-तीन मैचों की वनडे और टी20 सीरीज खेली जाएगी। वनडे सीरीज की शुरुआत 13 जुलाई से की जाएगी। इस भारतीय दौरे के लिए धवन टीम के कप्तान हैं तो वहीं तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार टीम के उप-कप्तान हैं। इस टीम का कोच राहुल द्रविड़ को बनाया गया है जो एनसीए के डायरेक्टर हैं। श्रीलंका दौरे पर गई 20 सदस्यीय टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का बेहतर तालमेल है।