संसद के विशेष सत्र को लेकर राजनीति तेज हो गई है। भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने भी अपने सांसदों को व्हिप जारी कर दिया है। कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी कर 18 से 22 सितंबर तक संसद के विशेष सत्र के दौरान उपस्थित रहने का निर्देश दिया है। इससे पहले सरकार ने सत्र के लिए अपना एजेंडा भी बता दिया है।
नई दिल्ली, संसद के विशेष सत्र को लेकर राजनीति चरम पर है। केंद्र सरकार ने सत्र के एजेंडे के बारे में भी अब सब साफ कर दिया है। इस बीच भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने भी अपने सांसदों को व्हिप जारी कर दिया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी कर 18 से 22 सितंबर तक संसद के विशेष सत्र के दौरान उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।
सरकार ने एजेंडा किया साफ
केंद्र सरकार ने इससे पहले विशेष सत्र के एजेंडे को साफ कर दिया है। सरकार ने बताया कि इस सत्र में सरकार संसद के 75 वर्षों की उपलब्धियों, अनुभवों, स्मृतियों और सीख पर चर्चा करेगी।
इसके साथ ही सरकार इसके अलावा इस सत्र में चार विधायकों का भी उल्लेख करेगी।
इन विधेयकों पर होगी चर्चा
जिन विधेयकों का सरकार उल्लेख करेगी, इसमें अधिवक्ता (संशोधन) विधेयक 2023 और प्रेस और पुस्तक पंजीकरण विधेयक, 2023 राज्यसभा से पारित हो चुके हैं एवं लोकसभा में लंबित हैं। वहीं, डाकघर विधेयक 2023 तथा मुख्य निर्वाचन आयुक्त, अन्य निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति, सेवा शर्त विधेयक 2023 सूचीबद्ध हैं।