सत्‍ता से बेदखल हुए ट्रंप, अमेरिका के सबसे उम्रदराज राष्‍ट्रपति बने बाइडन, भारतीय मूल की कमला हैर‍िस बनीं उपराष्‍ट्रपति

20 जनवरी 2020 को जो बाइडन ने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली। एक राजनीतिक समारोह में बाइडन और उप राष्ट्रपति के तौर पर चुनी गईं कमला हैरिस अपने पद की शपथ ली थी। देश के मुख्य न्यायाधीश जान राब‌र्ट्स ने बाइडन को शपथ दिलाई थी।

 

वाशिंगटन,  20 जनवरी, 2020 को जो बाइडन ने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली। एक राजनीतिक समारोह में बाइडन और उप राष्ट्रपति के तौर पर चुनी गईं कमला हैरिस ने अपने पद की शपथ ली थी। देश के मुख्य न्यायाधीश जान राब‌र्ट्स ने बाइडन को शपथ दिलाई थी। 78 वर्षीय बाइडन अमेरिका के सबसे अधिक उम्र के राष्ट्रपति बनने वाले पहले व्यक्ति हैं। शपथ ग्रहण के बाद बाइडन ने अमेरिकी आवाम को संबोधित किया था। उन्‍होंने अपने संबोधन में अमेरिकी लोगों से एकजुट होने की अपील करते हुए अमेरिका को और ताकतवर बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई थी।

1- अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव के वक्‍त कोरोना महामारी का प्रकोप था। कोरोना के कारण इस समारोह में कुछ बदलाव किए गए थे। यहां आए मेहमानों की सूची छोटी की गई थी। वाशिंगटन में लाखों लोग शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होते थे। पूरा शहर भर जाता था। होटलों में जगह नहीं होती थी। वर्ष 2009 में ओबामा पहली बार राष्ट्रपति बने थे, तो राजधानी में 20 लाख लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण यह उत्‍सव इतना बड़ा नहीं हुआ था।

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2- पहले इस समारोह को देखने के लिए दो लाख टिकट जारी होते थे, लेकिन इस बार पूरे अमेरिका में कोरोना संक्रमण को देखते हुए महज एक हजार टिकट ही जारी किए गए थे। इनागरेशन एक औपचारिक समारोह है। इसके पूरा होते ही राष्ट्रपति के कार्यकाल की शुरुआत हो जाती है। यह समारोह वाशिंगटन डीसी में होता है। समारोह के एकमात्र जरूरी हिस्से के तौर पर राष्ट्रपति अपने पद की शपथ लेते हैं।

3- इस दौरान बाइडन ने पद की शपथ लेते हुए कहा था कि मैं पूरी निष्ठा से यह शपथ लेता हूं कि अपनी पूरी ईमानदारी से अमेरिका के राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी निभाऊंगा। मैं अपनी पूरी क्षमता के साथ अमेरिका के संविधान का संरक्षण, सुरक्षा और बचाव करूंगा। इन शब्दों को पूरा करते ही जो बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बन गए। शपथ समारोह के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। छह जनवरी के उपद्रवियों के कैपिटल हिल में घुस जाने की घटना को देखते हुए तो और सुरक्षा के पुख्‍ता इंतजाम किए गए थे। इस कार्यक्रम में नेशनल गार्ड के 10 हजार सैनिक तैनात थे।

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बाइडन बोले, यह लोकतंत्र की जीत

शपथ ग्रहण के बाद बाइडन ने कहा कि यह जश्‍न का समय है। यह अमेरिका का दिन है। यह लोकतंत्र की जीत है। आज नया इतिहास बन रहा है। बाइडन ने कहा कि हमने जिंदगी में ढेर सारी चुनौतियां देखी हैं। अमेरिका और उसकी सेना हर चुनौतियों से मुकाबला करने के लिए तैयार है। मैं पूरे अमेरिका का राष्‍ट्रपति हूं और सबकी तरक्‍की खुशहाली और सबकी रक्षा के लिए हूं। बाइडन ने कहा कि आज का दिन अमेरिका का है। यह लोकतंत्र का दिन है। यह इतिहास और आशा का दिन है।

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उन्‍होंने कहा कि आज हम एक उम्मीदवार की जीत का नहीं वरन लोकतंत्र के उद्देश्य की जीत का जश्‍न मना रहे हैं। जनता की इच्छाओं को सुना और समझा गया है। हम श्वेतों को श्रेष्ठ मानने की मानसिकता और घरेलू आतंकवाद को हराएंगे। मैं चाहता हूं कि प्रत्येक अमेरिकी हमारी इस लड़ाई में शामिल हो।

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