सीएम योगी का निर्देश- त्योहारों पर माहौल खराब करने वालों से सख्ती से निपटें

31 जु़लाई से सावन पूर्णिमा तक अयोध्या का सावन मेला, नागपंचमी और रक्षा बंधन के साथ 10 जुलाई को बकरीद का त्योहार और जुलाई के अंत में मोहर्रम का महीना भी शुरू होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पर्वों पर शासन की ओर से सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। धार्मिक परंपरा और आस्था को सम्मान दें। लेकिन कोई नई व्यवस्था न शुरू होने पाए।
शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आएं। कहा बकरीद पर प्रतिबंधित जानवर की न होने पाए कुर्बानी।

उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फील्ड में तैनात पुलिस अफसरों से कहा हैं कि त्योहारों के मौके पर माहौल खराब करने वालों से सख्ती से निपटें। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। हर पर्व शांति और सौहार्द के बीच संपन्न हों इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री बुधवार को पुलिस और प्रशासन के अफसरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिन कानून व्यवस्था की दृष्टि से काफी संवेदनशील रहेंगे। ऐसे में हमें सतर्क और सावधान रहना होगा। 14 जुलाई से सावन माह की शुरुआत हो रही है। इस दौरान परंपरागत कांवड़ यात्रा भी निकलेगी। 26 जुलाई को शिवरात्रि, 31 जु़लाई से सावन पूर्णिमा तक अयोध्या का सावन मेला, नागपंचमी और रक्षा बंधन के साथ 10 जुलाई को बकरीद का त्योहार और जुलाई के अंत में मोहर्रम का महीना भी शुरू होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन पर्वों पर शासन की ओर से सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। धार्मिक परंपरा और आस्था को सम्मान दें। लेकिन कोई नई व्यवस्था न शुरू होने पाए। आयोजकों को किसी आयोजन की अनुमति देने से पहले शांति व्यवस्था और सौहार्द बनाए रखने के संबंध में हलफनामा लिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि  जिस तरह रमजान, अलविदा की नमाज और ईद के मौके पर धार्मिक कार्यों से यातायात प्रवभावित नहीं हुआ उसी व्यवस्था को बकरीद के मौके पर भी लागू रखी जाए। थाने से लेकर मंडल स्तर तक धर्म गुरुओं और समाज के प्रतिष्ठित लोगों से संवाद बनाएं ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बकरीद पर कुर्बानी निश्चित स्थानों पर ही हो। विवादित जगहों पर और प्रतिबंधित जानवरों पर कुर्बानी न हो। कुर्बानी के बाद अपशिष्ठ का निस्तारण की कार्ययोजना पहले से बनाई जाए।

कांवड़ यात्रा आस्था के उत्साह का आयोजन, श्रद्घालुओं का न हो उत्पीड़न
मुख्यमंत्री ने कहा कि कावंड़ यात्रा आस्था के उत्साह का आयोजन है। परंपरागत रूप से नृत्य, गीत, संगीत इसका हिस्सा रहे हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं का उत्पीड़न न किया जाए। लेकिन यह सुनिश्चित करें कि डीजे, गीत-संगीत की आवाज निर्धारित मानकों के अनुरूप ही हो और इसमें केवल धार्मिक गीत ही बजाए जाएं। धार्मिक यात्राओं, जुलूसों में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन न होने पाए। ऐसी कोई घटना न होए जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हों।  विशेष अवसरों पर श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बस्ती-अयोध्या मार्ग पर एक तरफ  सामान्य यातायात बंद रखा जाए।

अप्रिय घटनाओं की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंचे डीएम और पुलिस कप्तान
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर बिना देर किए जिलाधिकारी, पुलिस कप्तान खुद मौके पर पहुंचे। संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी खुद लीड करें। व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेक्टर स्कीम लागू करें। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पर्व के मौके पर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति सुचारू रखी जाए। अनावश्यक कटौती न हो। कांवड़ यात्रा के मार्ग पर जर्जर बिजली के खंभे, झूलते-लटकते बिजली के तार समय से ठीक कर लिए जाएं।

यह भी दिए निर्देश 

  • कांवड़ यात्रा मार्ग पर खुले में मांस का खरीद-बिक्री न हो
  • स्ट्रीट लाइट की सुविधा हो
  • कांवड़ मार्ग में पीने के पानी की व्यवस्था कराई जाए
  • सुअरबाड़ों का भी समुचित व्यवस्थापन किया जाए
  • कांवड़ यात्रा मार्ग पर जगह-जगह हेल्थ पोस्ट स्थापित किए जाएं
  • कोविड टेस्टिंग की सुविधा हो
  • कोविड संक्र्तमण से स्वस्थ हुए लोग यात्रा से परहेज करें
  • सीमावर्ती राज्यों से संवाद बनाएं
  • श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए ट्रैफि क रूट डायवर्जन किया जाए
  • बसों व अन्य सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की पर्याप्त उपलब्धता रहे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *