शिवपाल और आजम खां के बीच हुई मुलाकात के सियासी मायने भी तलाशे जा रहे हैं। आजम खां ने भेंट करने के बाद जेल से बाहर आए शिवपाल सिंह यादव ने आजम के खिलाफ कार्रवाई को गलत बताने के साथ भाजपा सरकार पर हमला भी बोला।
सीतापुर, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को अभी भी समाजवादी परिवार में एका की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अकेले ही सभी 403 सीट पर अपनी पार्टी के प्रत्याशी उतारने का एलान कर चुके शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को सीतापुर में जिला जेल में जाकर रामपुर से सांसद आजम खां से भेंट की। अखिलेश यादव तथा मुलायम सिंह यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे दोनों नेताओं के बीच मुलाकात करीब एक घंटा चली।
शिवपाल और आजम खां के बीच हुई मुलाकात के सियासी मायने भी तलाशे जा रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। आजम खां ने भेंट करने के बाद जेल से बाहर आए शिवपाल सिंह यादव ने आजम खां के खिलाफ कार्रवाई को गलत बताने के साथ भाजपा सरकार पर हमला भी बोला। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य आजम खां भी चाहते हैं कि समाजवादी परिवार एक हो जाए। अगर समाजवादी परिवार एक हो गया तो 2022 में भाजपा की सरकार काफी आसानी से गिर जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अभी समाजवादी पार्टी से उनकी पार्टी का गठबंधन नहीं हुआ है। गठबंधन में इतनी देर होना भी एक रणनीति का हिस्सा है।
बीते वर्ष फरवरी 2020 से जेल में बंद आजम खां से भेंट करने के बाद शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि वह लंबे समय से आजम खां से मुलाकात के लिए प्रयासरत थे, लेकिन प्रदेश सरकार इस बात की अनुमति नहीं दे रही थी। उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने समाजवादी पार्टी से सांसद आजम खां पर कार्रवाई को गलत बताया। भाजपा ने आजम खां के खिलाफ बदले की भावना से काम किया। उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया। उनके सात ज्यादती हो रही है, अन्याय हो रहा है। अगर बड़े नेता के साथ इस तरह की कार्रवाई हुई तो लोकतंत्र कहां बचा। भाजपा ने यह गलत परंपरा डाली है। अगर कोई जुल्म करे तो कार्रवाई हो, जुल्म के नाम पर निर्दोष लोगों पर कार्रवाई गलत है। शिवपाल यादव ने आजम खां के खिलाफ दर्ज मुकदमों को गलत और बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताया। उन्होंने कहा कि किस तरह लोगों से पैसे जुटाकर आजम खां ने जौहर विश्वविद्यालय तैयार किया, लेकिन राजनीति के चलते भाजपा ने उसे तहस नहस कर दिया है।