सूर्यकुमार यादव ने शुक्रवार को वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि निश्चित रूप से हर कोई भारत के लिये खेलने का सपना देखता है। इसके पीछे काफी प्रयास मेहनत और काफी संयम होता है। और मेरे लिये इंतजार करना अच्छा रहा मैं इससे काफी खुश हूं।
कोलंबो, प्रेट्र। भारतीय क्रिकेट टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव निराश हैं कि वह अपने डेब्यू वनडे सीरीज में बड़ी पारी नहीं खेल सके लेकिन उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका भाग्य उनके ही हाथों में है और वह श्रीलंकाई दौरे के अपने अनुभव का फायदा उठाने की कोशिश करेंगे। श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में पदार्पण में मुंबई का 30 साल का खिलाड़ी कुल 124 रन बनाकर मैन आफ द सीरीज रहा जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 53 रहा।
सूर्यकुमार यादव ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि, निश्चित रूप से हर कोई भारत के लिये खेलने का सपना देखता है। इसके पीछे काफी प्रयास, मेहनत और काफी संयम होता है। और मेरे लिये इंतजार करना अच्छा रहा, मैं इससे काफी खुश हूं। उन्होंने हालांकि बड़ी पारी नहीं खेल पाने की वजह से निराशा भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यहां से मैं इसे आगे किस तरह से ले जाता हूं, यह मेरे हाथों में है और मैं आगे की यात्रा को लेकर सचमुच रोमांचित हूं। ’’
उन्होंने कहा कि, मैंने जिस तरह से पहला मैच शुरू किया था, मेरा आत्मविश्वास बढ़ा हुआ था और दूसरे मैच में टीम के लिये मैच जीतने के लिये अच्छी स्थिति थी लेकिन उस समय मैं क्रीज पर वैसा नहीं खेल पाया जैसा मैं खेलता हूं और मैं आउट हो गया। उन्होंने कहा कि मैं इससे काफी निराश हूं। तीसरे मैच में भी अच्छा मौका था, एक छोर पर विकेट गिर रहे थे जिससे मेरे पास एक छोर पर टिककर खेल अंत तक खेलने की कोशिश का अच्छा मौका था लेकिन ऐसा नहीं कर सका। यादव ने कहा कि इसलिए मैं दिमाग में दो चीजों को रख रहा हूं कि यहां से आगे कैसे बढ़ा जाये लेकिन हां, आप इसी तरह से सीखते हो और आगे बढ़ते हो। यादव ने इस साल के शुरू में इंग्लैंड के खिलाफ अपना टी20 अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया था। उन्होंने सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ और युवा लेग स्पिनर राहुल चाहर की भी प्रशंसा की जिन्होंने अपने पदार्पण मैच में तीन विकेट लिए थे।