ऑस्ट्रेलिया टीम ने स्लो ओवर रेट की पेनेल्टी से बचने के लिए एक यूनिक तरीका अपनाया है। एश्टन एगर ने इस बात का खुलासा किया जिसकी खूब तारीफ की जा रही है। ऑस्ट्रेलिया ने यह तरीका इंग्लैंड के खिलाफ अपनाया था।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। टी20 फॉर्मेट में सफल होने के लिए टीमों को आपने कई तरह के ट्रिक आजमाते देखे होंगे। फटाफट क्रिकेट में सफल होने के लिए यह जरूरी भी है। ऐसा ही एक तरीका ऑस्ट्रेलिया टीम ने अपनाया है जिसकी खूब तारीफ हो रही है। दरअसल स्लो ओवर रेट से बचने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने हालिया इंग्लैंड सीरीज के दौरान एक यूनिक तरीका खोज निकाला जिसकी तारीफ हो रही है।
बाउंड्री रोप के बाहर किए एक्स्ट्रा प्लेयर तैनातदरअसल इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया टीम ने स्लो ओवर से बचने के लिए बाउंड्री रोप के बाहर एक्स्ट्रा खिलाड़ियों को लगा रखा था जो तेजी से गेंद वापस मैदान में दे सके। अक्सर देखा जाता है कि इस प्रक्रिया में काफी टाइम बर्बाद होता है।
एश्टन एगर ने किया यूनिक तरीके का खुलासाऑस्ट्रेलिया के स्पिन गेंदबाज एश्टन एगर ने इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि “यह हमारी योजना का हिस्सा था। यह गेम को तेजी से चलाता है और टीम स्लो-ओवर से बच सकता है। पावरप्ले के दौरान ज्यादातर गेंद बाउंड्री के बाहर जाती है। उसे लेने खिलाड़ी बाहर जाते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में समय की बर्बादी होती है। इसलिए हमने सोचा कि एक्स्ट्रा खिलाड़ियों को यह जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।” ऐसा नहीं है कि ये पहली बार ऑस्ट्रेलिया द्वारा किया गया है। टीम इंडिया भी इस तरीके को आजमा चुकी है।
क्या है Slow Over Rate नियम?आइसीसी द्वारा बनाया गया नियम कहता है कि आपको एक तय समय के अंदर 20 ओवर पूरे करने होंगे। यदि फील्डिंग करने वाली टीम निर्धारित समय के अंदर अपने ओवर पूरे नहीं कर पाती है तो उसे 30 यार्ड सर्कल के बाहर एक कम प्लेयर रखना होगा जिसका फायदा बल्लेबाजी करने वाली टीम को होता है। फिलहाल निर्धारित समय 85 मिनट का है।