भारत के टेस्ट क्रिकेटर हनुमा विहारी ने आंध्रा क्रिकेट एसोसिएशन से अलग होने का फैसला किया है और हैदराबाद लौट आए हैं। जहां उन्होंने 2010 में डेब्यू किया था। अब वह घरेलू क्रिकेट के आगामी 2021/22 सीजन में हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन का प्रतिनिधित्व करेंगे।
हैदराबाद, भारत के टेस्ट क्रिकेटर हनुमा विहारी ने आंध्रा क्रिकेट एसोसिएशन से अपनी राहें अलग कर ली हैं। हनुमा विहारी ने आंध्रा की टीम से अलग होने का फैसला किया है और वे फिर से हैदराबाद की टीम में लौट आए हैं, जहां उन्होंने 2010 में घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया था। अब वह घरेलू क्रिकेट के आगामी 2021/22 सीजन में हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन यानी एचसीए का प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे।
दाएं हाथ के बल्लेबाज हनुमा विहारी ने बुधवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, “मैं सभी को बताना चाहता हूं कि मैं अच्छी शर्तों पर आंध्रा क्रिकेट संघ से अलग हो रहा हूं। मुझे पिछले 5 वर्षों से आंध्रा का कप्तान और प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य मिला है। मैं एक ऐसी टीम में विकसित हुआ, जिस पर हमें गर्व है। मैं अपने सभी साथियों, कोचों और एसोसिएशन के पदाधिकारियों को निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं।”
हनुमा विहारी ने अपने इस बयान में ये भी बता दिया है कि वे अब घरेलू क्रिकेट में हैदराबाद के लिए खेलते नजर आएंगे। उन्होंने आगे कहा, “मैं आने वाले सत्र से हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन का हिस्सा रहूंगा।” विहारी ने 12 टेस्ट मैचों में 32.84 के औसत से 624 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और चार अर्धशतक उनके नाम हैं। वह इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम के सदस्य थे, जहां उन्हें एक भी टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला।
घरेलू क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने 94 प्रथम श्रेणी मैचों में 21 शतकों और 37 अर्धशतकों के साथ 55 के औसत से 7261 रन बनाए हैं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 302 रन था जो कि रणजी ट्रॉफी के 2017/18 सीजन में ओडिशा के खिलाफ आया था। हनुमा विहारी आइपीएल 2021 में किसी भी टीम का हिस्सा नहीं हैं। ऐसे में उनका पूरा फोकस अब घरेलू क्रिकेट में तीनों प्रारूपों में हैदराबाद क्रिकेट संघ का प्रतिनिधित्व करने पर होगा।