बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने भाजपा और सपा को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया है। सोमवार को हरदोई के गांधी भवन में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भाजपा व सपा ब्राह्मणों व दलितों पर हमलावर रही है।
हरदोई, बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने भाजपा और सपा को एक ही सिक्के के दो पहलू बताया है। सोमवार को हरदोई के गांधी भवन में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भाजपा व सपा ब्राह्मणों व दलितों पर हमलावर रही है। प्रदेश में भाजपा के साढ़े चार साल के शासनकाल में कई ब्राह्मणों की हत्याएं इस बात का प्रमाण हैं। राष्ट्रीय महासचिव कानपुर के बिकरू कांड का जिक्र करते हुए कहा कि विकास दुबे अपराधी था, लेकिन अदालत में मुकदमा तक नहीं चला। बस कार पलटी और विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया गया। बिकरू कांड के दौरान भाजपा ने ब्राह्मणों को सबक सिखाने का काम किया।
जेल में बंद खुशी दुबे का जिक्र करते हुए कहा कि खुशी दुबे का दोष क्या था। उसके हाथों की मेंहदी तक नहीं छूटी थी। भाजपा ने उसे गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया और उसकी जमानत न होने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। महिलाओं को सम्मान देने वाली भाजपा की सरकार में पंचायत चुनाव के दौरान महिला के साथ चीर हरण जैसी घटना हुई, जिसने देश को शर्मसार कर दिया। सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा की सरकार में प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं थी। इस दौरान हत्या, अपहरण व लूटमार की घटनाएं हो रही थी, जिससे प्रदेश का आम नागरिक परेशान हो गया था।
उन्होंने बसपा शासन काल में कराए गए विकास कार्यों को याद करते हुए कहा कि बसपा ने ब्राह्मणों का सम्मान किया और विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक सीटें दी थी, इसका परिणाम यह रहा है कि 2007 में सर्वाधिक ब्राह्मण जीते। पार्टी में महत्वपूर्ण पद भी दिए। बसपा में ब्राह्मणों का सम्मान बरकरार है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव के दौरान सभी के खातों में 15-15 लाख रुपये देने काे कहा था, लेकिन किसी के खाते में 15 रुपये तक नहीं आए। किसानों की आय दोगुनी तक नहीं हुई। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों को दलितों के साथ भाईचारा बनाकर काम करना होगा, तभी प्रदेश में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने कहा कि अब धैर्य की सीमा समाप्त हो चुकी है, ब्राह्मणों को एकजुट होने की जरूरत है।