अरवल थाना क्षेत्र के बरगदापुरवा गांव निवासी जिला पंचायत के पूर्व सदस्य एवं सपा जिला महासचिव वीरेंद्र सिंह यादव वीरे के बेटे अभय प्रताप सिंह का बुधवार की रात जन्म दिन था जिसमें भारी भीड़ जमा हुई थी। गुरुवार को इसकी फोटो और वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने लगा।
हरदोई, कोरोना कर्फ्यू के दौरान बेटे के जन्म दिन में भीड़ जमा करना सपा जिला महासचिव को भारी पड़ गया। कोविड नियमों के उलंघन के आरोप में उनके साथ ही 100 समर्थकों के खिलाफ अरवल थाना पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर शांति भंग करने के आरोप में उन्हें हिरासत में लेकर चालान कर दिया। एसडीएम सवायजपुर ने उन्हें जेल भेज दिया। तहसील में सपा नेताओं ने हंगामा किया, लेकिन शाम को पुलिस फोर्स ने उन्हें जेल में दाखिल कर दिया।
अरवल थाना क्षेत्र के बरगदापुरवा गांव निवासी जिला पंचायत के पूर्व सदस्य एवं सपा जिला महासचिव वीरेंद्र सिंह यादव वीरे के बेटे अभय प्रताप सिंह का बुधवार की रात जन्म दिन था, जिसमें भारी भीड़ जमा हुई थी। गुरुवार को इसकी फोटो और वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने लगा। अरवल थाना पुलिस ने वीरेंद्र यादव समेत 100 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर वीरेंद्र यादव को हिरासत में ले लिया। गुरुवार दोपहर बाद पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में एसडीएम न्यायालय में पेश किया, एसडीएम ने उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया।
जमानत कराने पहुंचे सपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा समेत अन्य सपाइयों ने विरोध किया।
वीरेंद्र के कुछ समर्थक पुलिस की गाड़ी के सामने लेट गए, काफी संख्या में हाईवे पर जमा होकर जाम लगाने का प्रयास किया, लेकिन कई थानों की फोर्स पहुंच गई और सपाइयों को हटाकर वीरेंद्र यादव को हरदोई जेल लेकर रवाना हुई। दूसरी तरफ जेल के बाहर भी सपा कार्यकर्ता जमा हो गए। सीओ सिटी विकास जायसवाल फोर्स समेत पहुंचे और उन सभी को हटाया। शाम को पुलिस ने वीरेंद्र यादव को जेल में दाखिल कर दिया। जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कार्रवाई का विरोध करते हुए इसे सपाइयों का उत्पीड़न बताया। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष की रैली में भीड़ जमा होती। भाजपा कार्यकर्ता भीड़ जमा करते लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं होती, लेकिन द्वेष की भावना से सपा महासचिव वीरेंद्र यादव को जेल भेजा गया।