हरिद्वार कुंभ ने डराया ! दिल्ली-यूपी और हरियाणा के बॉर्डर पर भी फूट सकता है कोरोना बम,

दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण बेकाबू हो गया है बावजूद इसके किसान प्रदर्शनकारी अपना आंदोलन स्थगित करने के लिए तैयार नहीं हैं। लॉकडाउन की स्थिति में भी प्रदर्शन जारी रखने की बात राकेश टिकैत भी कर चुके हैं।

 

दिल्ली ;  कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हरिद्वार में चल रहे कुंभ के दौरान एक महामंडलेश्वर की मौत और कई अन्य संतों के संक्रमित होने से किसान आंदोलनकारियों को लेकर दिल्ली, यूपी और हरियाणा सरकार की चिंता बढ़ा दी है। सरकार  के साथ प्रशासनिक अधिकारियों को भी यह डर सता रहा है कि कहीं हरिद्वार के कुंभ की तरह चारों बॉर्डर पर बैठे प्रदर्शनकारियों के बीच भी कोरोना बम न फूट जाएं। ऐसे में हालात काबू में करना मुश्किल होगा।

लॉकडाउन और कर्फ्यू में किसान आंदोलन जारी रखने का हो चुका है एलान,

बता दें कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-हरियाणा और यूपी के चारों बॉर्डर पर जारी किसानों का धरना प्रदर्शन साढ़े चार महीने पूरे कर चुका है। इस बीच दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण बेकाबू हो गया है, बावजूद इसके किसान प्रदर्शनकारी अपना आंदोलन स्थगित करने के लिए तैयार नहीं हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेताओं में शुमार डॉ. दर्शन पाल कह चुक हैं कि कोरोना के बावजूद आंदोलन स्थगित नहीं होगा, यह जारी रहेगा।

चारों बॉर्डर पर फूट सकता है कोरोना बम

दिल्ली-एनसीआर के चारों बॉर्डर (शाहजहांपुर, टीकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर) पर बैठे प्रदर्शनकारी कोरोना वायरस संक्रमण से बेफिक्र नजर आ रहे हैं। सिंघु या टीकरी या फिर यूपी बॉर्डर धरने में शामिल प्रदर्शनकारी मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। ऐसे में कोरोना वायरस संक्रमण यहां पर फैला तो हालात बहुत खराब होगा। बता दें कि हरिद्वार में चल रहे कुंभ में भीड़ की वजह से 50 से आसपास साधु-संत कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।

यूपी बॉर्डर-सिंघु बॉर्डर पर नहीं किया जा रहा है शारीरिक दूरी के नियम का पालन

जागरण संवाददाता के मुताबिक, सिर्फ सिंघु ही नहीं, बल्कि यूपी बॉर्डर पर भी शारीरिक दूरी के नियमों का भी उल्लंघन हो रहा है। प्रदर्शनकारी आगे भी धरना जारी रखने का एलान कर चुके हैं। ऐसे में अगर यहां पर एक भी प्रदर्शनकारी कोरोना की चपेट में आया, तो स्थिति बहुत ही विकराल हो सकती है। ऐसी ही स्थिति टीकरी और शाजहांपुर बॉर्डर पर भी है, जहां पर राजस्थान और हरियाणा के कुछ किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

यूपी गेट पर लॉकडाउन में भी जारी रहेगा आंदोलन : राकेश टिकैत,

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को यूपी गेट पर दो टूक कहा कि अगर लाकडाउन लगेगा, तब भी आंदोलन चलता रहेगा। यूपी गेट सहित अन्य सीमाओं पर पांच माह से किसान बैठे हैं। उन्होंने सीमाओं को किसानों के गांव की संज्ञा देते हुए कहा कि लॉकडाउन में कोई अपना घर छोड़कर नहीं जाता है, तो किसान कैसे चले जाएंगे। लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए आंदोलन किया जाएगा। इस अड़ियल रवैये से यहां कोरोना का संक्रमण फैलने की पूरी संभावना है।

 राकेश टिकैत ने की कोरोना की टीका लगवाने की अपील

राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार लॉकडाउन लगाएगी, तो किसान गांवों से यहां नहीं आ पाएंगे। यहां जितने किसान आंदोलन कर रहे हैं, वह यहीं पर रहेंगे। नियमों का पालन किया जाएगा। उन्होंने आंदोलन पर बैठे किसानों से कोरोनारोधी टीका लगवाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आसपास के अस्पतालों और प्रशासन के सहयोग से किसानों को टीका लगवाया जाएगा।

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