उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि पिछले साल जुलाई में सरकार को 10675.42 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुआ था। पिछले साल की तुलना में इस साल जुलाई में भूतत्व एवं खनिकर्म को छोड़कर राजस्व की सभी मुख्य मदों में वृद्धि हुई है।
लखनऊ, कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के बाद उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ रही है। सम्पूर्ण लॉकडाउन घोषित न करने के कारण भी प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां बेरोकटोक जारी रहीं। इसी का असर रहा कि राज्य सरकार को बीते जुलाई माह में 12655.85 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुआ है जो कि पिछले साल जुलाई में मिले राजस्व से 1980.43 करोड़ रुपये ज्यादा है।
उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि पिछले साल जुलाई में सरकार को 10675.42 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त हुआ था। पिछले साल की तुलना में इस साल जुलाई में भूतत्व एवं खनिकर्म को छोड़कर राजस्व की सभी मुख्य मदों में वृद्धि हुई है। सरकार को जीएसटी के मद में इस साल जुलाई में 4697.99 करोड़ रुपये राजस्व मिला। वैट के मद में 2328.34 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल हुआ।
वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि जुलाई माह में आबकारी के मद में 2795.49 करोड़ रुपये की कमाई हुई तो स्टांप व निबंधन के मद में 2089.29 करोड़ रुपये मिले। परिवहन के मद में 612.07 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई। भूतत्व तथा खनिकर्म के मद में 132.67 करोड़ रुपये का राजस्व मिला। जुलाई में कर और करेतर मदों में 17076.93 करोड़ रुपये के लक्ष्य के सापेक्ष 12655.85 करोड़ रुपये मिले। यह जुलाई के मासिक लक्ष्य का 74.1 फीसद है।
वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि अप्रैल से जुलाई तक इस वित्तीय वर्ष के शुरुआती चार महीनों में कुल 62137 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य रखा गया था, जिसके सापेक्ष 68.8 फीसद यानी 42739.71 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई।