पुलिस ने इस मामले में रिजवान नाम के आरोपित शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। वीडियो में ये साफ देखा जा सकता है कि सिरफिरे लोग महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को बुरी तरह से तोड़ रहे हैं।
नई दिल्ली । पाकिस्तान में कट्टरपंथियों के हौसले बुलंद हैं। लाहौर किले में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के कट्टरपंथियों ने 19वीं सदी के महान शासक महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा तोड़ कर फेंक दी है। साल 2019 में बनी महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को पहले भी दो बार तोड़ा जा चुका है। इस घटना पर विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। मंत्रालय ने इस घटना पर नाराजगी जताई है। मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मंगलवार को इस सिलसिले में बात करते हुए कहा कि यह तीसरी बार है जब प्रतिमा को तोड़ा गया है, जिसका साल 2019 में अनावरण किया गया था
उन्होंने कहा, ‘हमने आज लाहौर में महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को तोड़े जाने के बारे में मीडिया में परेशान कर देने वाली खबरें देखी हैं। यह तीसरी घटना है जब 2019 में बनी प्रतिमा को तोड़ा गया है।’
इस मामले में एक शख्स गिरफ्तार
समाचार एजेंसी प्रेट्र के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले में रिजवान नाम के आरोपित शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। वीडियो में ये साफ देखा जा सकता है कि सिरफिरे लोग महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को बुरी तरह से तोड़ रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पोस्ट में आरोपित ने रेलिंग फांदकर फिर उसे महाराजा रणजीत सिंह की नौ फीट की कांसे की फिनिश वाली प्रतिमा पर चढ़कर उसके हाथ तोड़े और दूसरे अंग क्षत-विक्षत किए। हमलावर को प्रतिमा को घोड़े से अलग करके नीचे फेंकते हुए देखा जा सकता है। उस दौरान हमलावर किसी विदेशी भाषा में कुछ नारेबाजी करता जा रहा था। इस घटना की पाकिस्तान के सूचना प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भी निंदा की है। उन्होंने कहा कि ऐसे अनपढ़ लोग दुनिया में पाकिस्तान की छवि के लिए खतरनाक हैं। बता दें कि इससे पहले की घटनाओं पर भारत सरकार ने कड़े शब्दों में पाकिस्तान से आपत्ति जताई थी। पाकिस्तान में इस तरह के तोड़फोड़ की ये पहली घटना नहीं है। विगत चार अगस्त को लाहौर के पंजाब प्रांत के रहीम यार खान जिले के भोंग कस्बे में गणेश मंदिर पर भीड़ ने हमला कर दिया था। हमलावरों ने मूर्तियों, दीवारों और दरवाजों को क्षतिग्रस्त कर दिया था।