ठेकेदार ने विधानभवन के सामने किया आत्मदाह का प्रयास, एक दिन पहले इंटरनेट मीडिया पर मैसेज कर दी थी चेतावनी,

लखनऊ में खाद्य विभाग के ठेकेदार नरेंद्र मिश्रा ने मंगलवार दोपहर विधानभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता से बचाया और सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नरेंद्र संभागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) कार्यालय में ठेकेदारी करते हैं।

 

लखनऊ,  खाद्य विभाग के ठेकेदार नरेंद्र मिश्रा ने मंगलवार दोपहर विधानभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता से बचाया और उन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नरेंद्र संभागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी) कार्यालय में ठेकेदारी करते हैं। उन्होंने मार्केटिंग इंस्पेक्टर आदित्य सिंह और उनकी बुआ के बेटे सौरभ पर पुलिस की मिलीभगत से फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेजने और प्रताड़ना का आरोप लगाया है।

jagran

इंस्पेक्टर हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला ने बताया कि नरेंद्र दोपहर ई-रिक्शे से लोकभवन के सामने पहुंचे। मिट्टी के तेल की पिपिया खुद पर उड़ेल ली। नरेंद्र माचिस से आग लगाने जा रहे थे। यह देख ड्यूटी पर तैनात दारोगा अरविन्द राय, सज्जाद खान, सिपाही अनुराग सिंह, महिला सिपाही सीमा पाल समेत अन्य दौड़े और उनके हाथ से माचिस छीन ली। मिट्टी के तेल के कारण नरेंद्र की हालत बिगड़ने लगी। उन्हें सिविल लेकर पहुंचे। जहां उनका इलाज किया गया। इंस्पेक्टर ने बताया कि नरेंद्र का ठेकेदारी को लेकर 1.25 करोड़ रुपये का साथी से लेन-देन का विवाद है। जिसका मुकदमा तालकटोरा थाने में दर्ज है। आत्मदाह के प्रयास से पहले नरेंद्र ने कुछ लोगों को वाट्सएप पर मैसेज भी किया था। मैसेज में उन्होंने लिखा कि यूपी राजधानी लखनऊ के संभागीय खाद्य नियंत्रक (आरएफसी)कार्यालय में ठेकेदारी करता हूं। यहां के मार्केटिंग इंस्पेक्टर आदित्य सिंह उनकी बुआ की बेटे सौरभ सिंह मेरे साथ विभागीय ठेकेदारी में साझेदार हैं। उन्होंने 1.25 करोड़ रुपये के गबन का झूठा आरोप लगा जेल भिजवा दिया। मेरी कहीं सुनवाई न होने पर आत्मदाह के सिवाय कोई और रास्ता नहीं बचा।

jagran

मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी व संबंधित लोगों को पूरी जिम्मेदारी के साथ अवगत करा रहा हूं कि 24 आगस्त को विधानभवन के सामने आत्मदाह करूंगा। इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ला ने बताया कि नरेंद्र का कहना है कि आदित्य सिंह के प्रभाव में उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। इस लिए उन्होंने आत्मदाह का प्रयास किया। वहीं, इंस्पेक्टर तालकटोरा अशोक कुमार सरोज का कहना है कि नरेंद्र के खिलाफ गोमतीनगर विस्तार निवासी सौरभ सिंह ने धोखाधड़ी, मारपीट व जान से मारने की धमकी की धारा में गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की विवेचना तालकोटरा थाने से की जा रही थी। जांच के बाद नरेंदर को 24 जून को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जमानत पर छूटने के बाद उन्होंने आत्मदाह का प्रयास किया है। दोनों पक्षों में राजाजीपुरम स्थित वेयर हाउस के माल को लेकर भी विवाद चल रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *