यूपी बोर्ड में प्रोन्नत किए गए हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के उन 79286 परीक्षार्थियों की अंक सुधार परीक्षा करा रहा है जो प्रोन्नति में मिले अंक से असंतुष्ट हैं। इस परीक्षा के लिए हाईस्कूल के 37931 और इंटरमीडिएट के 41355 परीक्षार्थियों ने आवेदन किया है।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) में प्रोन्नत किए गए हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट के उन 79286 परीक्षार्थियों की अंक सुधार परीक्षा करा रहा है, जो प्रोन्नति में मिले अंक से असंतुष्ट हैं। इस परीक्षा के लिए हाईस्कूल के 37931 और इंटरमीडिएट के 41355 परीक्षार्थियों ने आवेदन किया है। इसके लिए प्रदेश में कुल 590 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
अंक सुधार परीक्षा में सम्मिलित होने वाले परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र जिला मुख्यालयों को भेज दिए गए हैं। जिलों में विद्यालयों के माध्यम से प्रवेश पत्र वितरित किए जा रहे हैं। जिन विद्यार्थियों ने अंक सुधार परीक्षा के लिए आवेदन किया था, वे अपने प्रवेश पत्र और परीक्षा केंद्र की जानकारी के लिए संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य से संपर्क करें।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2021 की अंक सुधार परीक्षा 18 सितंबर से शुरू हो रही है। हाईस्कूल की चार अक्टूबर और इंटरमीडिएट की छह अक्टूबर को परीक्षा खत्म होगी। परीक्षा का समय सवा दो घंटे निर्धारित किया गया है। पहली पाली की परीक्षा सुबह आठ से सवा दस बजे और दूसरी पाली की दोपहर दो से सवा चार बजे तक होगी। इस परीक्षा में मिलने वाले अंक ही अंतिम रूप से मान्य होंगे। यानी कि इस अंक सुधार परीक्षा में अगर परीक्षार्थी फेल हुए तो वह फेल माने जाएंगे।
यूपी बोर्ड की अंक सुधार परीक्षा के लिए इच्छुक छात्र-छात्राओं से बिना शुल्क के 27 अगस्त तक आवेदन फार्म लिए गए, जिसे विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर 29 अगस्त तक अपलोड कराया था। रिकार्ड स्तर पर हाईस्कूल की परीक्षा 12 कार्यदिवस में और इंटरमीडिएट की 15 दिनों में पूरी कराई जाएगी। इसके अलावा यूपी बोर्ड ने सभी 75 जिलों के जिला मुख्यालयों पर एक-एक संकलन केंद्र बनाए हैं, जहां परीक्षा के बाद उत्तर पुस्तिकाएं जमा कराई जाएंगी।