लखीमपुर खीरी में सुमित जायसवाल ने 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या बलवा तोडफ़ोड़ समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही लखीमपुर में मारे जाने वाले शुभम मिश्रा के परिवार ने पुलिस को दी शिकायत में तेजिंदर सिंह विर्क का नाम लिया है।
लखनऊ । लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के उपद्रव के बाद भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत के मामले में अब एक क्रास एफआइआर भी दर्ज कराई गई है। यह केस हिंसा में मारे गए शुभम मिश्रा के स्वजन की तहरीर पर दर्ज की गई है। इसको केन्द्रीय गृह मंत्री अजय मिश्रा टेनी के करीबी सुमित जायसवाल ने 10-15 अज्ञात लोगो के खिलाफ दर्ज कराया है।
लखीमपुर खीरी में सुमित जायसवाल ने 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ, हत्या, बलवा, तोडफ़ोड़ समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही लखीमपुर में मारे जाने वाले शुभम मिश्रा के परिवार ने पुलिस को दी शिकायत में तेजिंदर सिंह विर्क का नाम लिया है, जिसका सम्बंध समाजवादी पार्टी से है और जिसको सपा के मुखिया अखिलेश यादव किसान नेता बता रहे थे।
इससे पहले बहराइच के नानपारा निवासी किसान ने किसानों के पक्ष की ओर से एफआइआर दर्ज कराई गई है। इसमें केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू समेत 14 लोगों को आरोपित बनाया गया है। रविवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के पैतृक गांव बनवीरपुर में दंगल का अयोजन थ। दंगल के समापन में बतौर मुख्य अतिथि सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को आमंत्रित किया गया था। दोपहर बाद डिप्टी सीएम जिला मुख्यालय से बनवीरपुर के लिए निकले थे। उनकी अगवानी के लिए बनवीरपुर से भाजपा कार्यकर्ता व केन्द्रीय मंत्री के समर्थक तीन गाडिय़ों से निकले थे। रास्ते में किसानों ने विरोध में घेराबंदी कर रखी थी। किसानों ने डिप्टी सीएम को काले झंडे दिखाने की तैयारी की थी।
इसी पर किसानों और भाजपा के कार्यकर्ताओं में तिकुनिया के पास टकराव हो गया, जिसके बाद बड़ा बवाल हुआ और हिंसा में आठ लोगों की जान चली गई। मृतकों में चार किसान, तीन भाजपा समर्थक पक्ष के और स्थानीय पत्रकार बताए जा रहे हैं। किसानों की ओर से नानपारा, बहराइच निवासी किसान जगजीत सिंह ने तिकुनिया कोतवाली पुलिस को तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने गृह राज्यमंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा मोनू समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या समेत कई संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। तहरीर में आरोप लगाया गया है कि किसानों को गाड़ी से कुचल कर मारा गया है।