पेट्रोल-डीजल व गरीबों को मुफ्त राशन के बाद योगी सरकार करने जा रही एक और बड़ी घोषणा, जानें- पूरी डिटेल

महंगाई विपक्ष के लिए एक बड़ा मुद्दा है और सभी दल इसको लेकर सरकार पर हमलावर हैं। सरकार भी समझ रही है कि महंगाई से आम जनता में नाराजगी होना स्वाभाविक है। इसीलिए ईंधन सस्ता करने के अलावा मुफ्त राशन देने का फैसला काफी अहम माना जा रहा है।

 

लखनऊ । कोरोना महामारी से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों के पटरी पर लौटने के साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अब बढ़ती महंगाई से निपटने में जुट गई है। इस दिशा में सबसे पहला कदम पेट्रोल और डीजल पर वैट में कमी है, जिसका असर अन्य चीजों पर भी पड़ेगा। माना जा रहा है कि माल भाड़े में कमी आएगी और अन्य चीजों के दाम भी नियंत्रित होंगे।

महंगाई विपक्ष के लिए एक बड़ा मुद्दा है और सभी दल इसको लेकर सरकार पर हमलावर हैं। सरकार भी समझ रही है कि महंगाई से आम जनता में नाराजगी होना स्वाभाविक है। इसीलिए दीपावली से ठीक पहले केंद्र और प्रदेश सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दामों में एकदम से 12-12 रुपये की कमी करने का अहम निर्णय किया। ईंधन सस्ता करने के अलावा गरीबों को महंगाई से राहत देने में योगी सरकार का एक और फैसला भी काफी अहम माना जा रहा है। गरीब कल्याण अन्य योजना के तहत मार्च तक मुफ्त राशन देने का फैसला भी गरीबों को राहत पहुंचाएगा। इसके तहत 15 करोड़ प्रदेशवासियों को मुफ्त राशन के साथ ही सरकार अंत्योदय कार्ड धारकों और पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को एक-एक किलो दाल, खाद्य तेल व नमक भी मिलेगा।

पटरी पर लौटती अर्थ व्यवस्था को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार महंगाई से निपटने के लिए अन्य पहलुओं पर भी गंभीरता से विचार-विमर्श कर रही है। चूंकि जनवरी में चुनाव आचार संहिता लग सकती है इसलिए 31 दिसंबर से पहले ही सरकार इस संबंध में घोषणा कर सकती है। महंगी बिजली और बकाये बिल से परेशान प्रदेशवासियों को राहत देने की दिशा में भी योगी सरकार सोच रही है। इस संबंध में सरकार जल्द बड़ा ऐलान कर सकती है। सत्ता पक्ष का मानना है कि विधान सभा चुनाव से पहले इस तरह के निर्णयों से विपक्ष का महंगाई को मुद्दा बनाने का मंसूबा कमजोर होगा।

महंगाई पर विपक्ष के आंसू घड़ियाली : प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का मानना है कि महंगाई को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के आंसू घड़ियाली हैं। सिंह के मुताबिक महंगाई को लेकर जनता की इतनी ही फिक्र इन पार्टियों को होती तो वे अपनी सरकार वाले राज्यों में वैट घटाकर पेट्रोलियम पदार्थों को सस्ता कर उन्हें लाभ देतीं। शनिवार को जारी बयान में सिंह ने कहा कि मुंह में सोने का चम्मच लेकर पैदा होने वाले कांग्रेस के राजकुमार-राजकुमारी (राहुल व प्रियंका गांधी वाड्रा) का भला मंहगाई एवं जनता के दुख-दर्द से क्या लेना-देना? इनके लिए मंहगाई एक शब्द है। रही बात आम आदमी पार्टी की तो इनके लिए आम आदमी और महंगाई नहीं चुनाव महत्वपूर्ण है। ये सारे बयान चुनावी नफे-नुकसान के हिसाब से देते हैं। सबका साथ, सबका विश्वास भाजपा के लिए सिर्फ नारा नहीं, संकल्प है।

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