पाकिस्तान की इमरान खान सरकार पर विपक्ष का हमला, देश की संप्रभुता के लिए बताया खतरा

पीडीएम नेताओं ने कार्यकर्ताओं और समर्थकों को दृढ़ और एकजुट रहने को कहा है क्योंकि मंजिल अब दूर नहीं है। नेताओं का कहना है कि देश की खराब होती स्थिति ने आठ विपक्षी दलों को एकजुट होने और पाकिस्तान को बचाने के लिए लड़ाई छेड़ने को मजबूर कर दिया है।

 

इस्लामाबाद । पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट  ने शनिवार को इमरान खान नीत पीटीआइ सरकार को देश की संप्रभुता के लिए खतरा करार दिया। उसने कहा कि पाकिस्तान इस समय अभूतपूर्व आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और दुनिया से अलग-थलग पड़ा चुका है।

प्रमुख विपक्षी दलों के गठबंधन, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने शनिवार को इमरान खान सरकार  में बढ़ती महंगाई के विरोध में कराची के रीगल चौक पर एक रैली निकाली।  डान की रिपोर्ट के अनुसार, पीडीएम नेता अपने मौजूदा आंदोलन की सफलता को लेकर आशान्वित हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं और समर्थकों को दृढ़ और एकजुट रहने को कहा है, क्योंकि मंजिल अब दूर नहीं है। नेताओं का कहना है कि देश की खराब होती स्थिति ने आठ विपक्षी दलों को एकजुट होने और पाकिस्तान को बचाने के लिए लड़ाई छेड़ने को मजबूर कर दिया है।

 

उन्होंने कहा कि देश की समस्त समस्याओं के समाधान का एक ही उपाय है कि तत्काल निष्पक्ष आम चुनाव कराए जाएं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो गुस्साए लोग इमरान खान सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआइ) सरकार की विफलताओं को गिनवाते हुए पीडीएम प्रमुख मौलाना फजल उर रहमान ने कहा कि खस्ताहाल आर्थिक स्थिति के कारण देश में आत्महत्या के मामलों में इजाफा हो रहा है।

उन्होंने संबंधित संस्थानों से उनकी नीतियों की समीक्षा करते हुए गलतियों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की अपील की। रहमान ने चेताया, ‘पाकिस्तान सरकार अलग-थलग पड़ती जा रही है।’ उन्होंने पीटीआई की आर्थिक नीतियों पर भी सवाल उठाया और इसके नेतृत्व वाली सरकार को धांधली के चुनाव (2018 के) का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि समस्याओं का समाधान स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव में ही है। पीडीएम प्रमुख ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के सर्वोच्च नेता नवाज शरीफ से भी टेलीफोन पर बातचीत की और अविश्वास प्रस्ताव की संभावनाओं पर विमर्श किया।

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