केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आठ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को टेस्टिंग बढ़ाने अस्पताल की तैयारियों को मजबूत करने कोरोना टीकाकरण अभियान की गति और कवरेज बढ़ाने और संक्रमण के प्रसार का मुकाबला करने के लिए पाबंदियों को सख्ती से लागू करने को सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आठ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को टेस्टिंग बढ़ाने, अस्पताल की तैयारियों को मजबूत करने, कोरोना टीकाकरण अभियान की गति और कवरेज बढ़ाने और संक्रमण के प्रसार का मुकाबला करने के लिए पाबंदियों को सख्ती से लागू करने को सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा है। इन आठ राज्यों में अचानक तेजी से मामले बढ़ने लगे हैं। पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और झारखंड को घरेलू यात्रा में वृद्धि और विवाह, उत्सव समारोह जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के मद्देनजर सतर्क रहने को कहा।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 29 दिसंबर को लिखे पत्र में कहा कि लगभग 49 दिनों बाद देश में एक दिन में 13 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं। ओमिक्रोन के मामले बढ़कर 961 हो गए। भूषण ने कहा कि यह देखा गया है कि कुछ राज्यों में मामलों और मामलों के दोगुने होने का समय कम हुआ है। दिल्ली ने पिछले दो हफ्तों में मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है।
पत्र में आगे कहा गया है कि इस स्थिति को सक्रिय रूप से और तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि न तो वायरस आगे बढ़े और न ही हम मामलों की देर से पहचान के कारण मृत्यु दर में इजाफा देखें। गुजरात को लेकर पत्र में कहा गया है कि अहमदाबाद, राजकोट और सूरत जिलों ने पिछले दो हफ्तों में मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है। झारखंड के रांची, कर्नाटक के बेंगलुरु अर्बन, हरियाणा के गुड़गांव, तमिलनाडु के चेन्नई, महाराष्ट्र के मुंबई, मुंबई उपनगरीय, पुणे, ठाणे और नागपुर और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी पिछले दो हफ्तों में मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है।
मंत्रालय ने इस प्रकार इन राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों को परीक्षण बढाने जैसे तत्काल उपाय करने और पाजिटिव लोगों की कांटैक्ट ट्रेसिंग करने और संक्रमित पाए गए लोगों को क्वारंटाइन और आइसोलेट करने की सलाह दी है। इसके अलावा मौजूदा एसओपीएस के अनुसार कंटेनमेंट जोन और बफर जोन बनाने, अस्पताल स्तर की तैयारियों को मजबूत करने की भी सलाह दी गई है।