19 नवंबर अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के लिए एक खास पल था वह कुछ समय के लिए उनको अमेरिकी राष्ट्रपति की शक्तियां हासिल हुईं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कुछ घंटे के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को अपनी सभी शक्तियां सौंपी थीं।
नई दिल्ली / वाशिंगटन, 19 नवंबर अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के लिए एक खास पल था, वह कुछ समय के लिए उनको अमेरिकी राष्ट्रपति की शक्तियां हासिल हुईं। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कुछ घंटे के लिए उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को अपनी सभी शक्तियां सौंपी थीं। उस दौरान अमेरिकी संविधान में राष्ट्रपति को दी गईं सभी शक्तियां उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के पास आ गई थी। अगर इस दौरान कोई विशेष परिस्थिति बनती, तो कमला हैरिस अमेरिका के राष्ट्रपति की तरह इन शक्तियों का इस्तेमाल कर सकतीं थी। अमेरिकी इतिहास में यह पहला मौका नहीं है, जब राष्ट्रपति की शक्तियां उपराष्ट्रपति को हस्तांतरित की गईं। इसके पूर्व भी राष्ट्रपति जार्ज डब्लू बुश की 2002 और 2007 में कालोनोस्कोपी की गई थी। उस समय उनकी शक्तियां उपराष्ट्रपति को ट्रांसफर की गई थी।
1- दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन कालोनोस्कोपी के लिए एनिस्थिसिया लेने वाले थे। इस दौरान वह इस स्थिति में नहीं थे कि अमेरिका के संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन कर सकते। ऐसे में उनकी अनुपस्थिति में उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को यह जिम्मेदारी सौंप दी गई। अमेरिकी संविधान के मुताबिक राष्ट्रपति की अनुपस्थिति में उपराष्ट्रपति को देश का सर्वोच्च कमांडर माना जाता है।
2- व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा था कि राष्ट्रपति बाइडन उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को सत्ता हस्तांतरित करेंगे। इस दौरान वह अपना इलाज करवाने के लिए एनिस्थिसिया लेंगे। राष्ट्रपति बाइडन को हर वर्ष कालोनोस्कोपी करवाने की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में अमेरिकी संविधान के अनुसार कार्यवाहक राष्ट्रपति की नियुक्ति की जाएगी। कमला इस समय के दौरान वाइट हाउस के वेस्ट विंग में अपने आफिस से काम करेंगी।
3- राष्ट्रपति बाइडन की अनुपस्थिति में अमेरिका का न्यूक्लियर फुटबाल भी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नियंत्रण में था। अगर उस दौरान अमेरिका पर कोई परमाणु हमला होता है या फिर किसी दूसरे देश के हमले की संभावना बढ़ती है तो कमला अपनी इस शक्ति का इस्तेमाल कर सकती थी। अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ हमेशा एक काले रंग का सूटकेस होता है। इसमें हमले की मंजूरी देने के कम्प्यूटर कोड्स और कम्यूनिकेशन डिवाइस होते हैं। इसका वजन करीब 20 किलो होता है। इसे न्यूक्लियर फुटबाल भी कहते हैं।
4- राष्ट्रपति का कोई बेहद नजदीकी ही न्यूक्लियर फुटबाल को लेकर उनके साथ चलता है। राष्ट्रपति वाइट हाउस में हों, कार में, हवाई यात्रा पर हों या विदेश में, यह सूटकेस हमेशा उनके साथ होता है। राष्ट्रपति का यह सहयोगी उनके साथ एक ही लिफ्ट में चलता है। उसी होटल में ठहरता है, जहां वे ठहरे हों। यहां तक कि राष्ट्रपति को सुरक्षा देने वाले सीक्रेट सर्विस के अधिकारी इस शख्स की भी हिफाजत करते हैं। सूटकेस एक लेदर स्ट्रैप के जरिए उसके हाथों से बंधा होता है।