इमरान खान अगले सप्ताह चीन के दौरे पर जाने वाले हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत होगी। इसमें से एक मुद्दा पाकिस्तान द्वारा बकाया राशि का भुगतान भी है। इसके अलावा भी कई दूसरे मुद्दे हैं।
इस्लामाबाद (एएफपी)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अगले सप्ताह तीन फरवरी को चीन दौरे पर जाने वाले हैं। इसी दौरान बीजिंग में विंटर ओलंपिक गेम्स की भी शुरुआत होगी। हालांकि इमरान खान का ये दौर इस आयोजन से इतर होने वाला है। इस दौरे की अपनी एक बड़ी खासियत है। इस दौरे पर उनके साथ पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, ऊर्जा मंत्री हमाद अजहर, वित्त मंत्री शौकत तारिन, सूचना मंत्री फवाद चौधरी, योजना मंत्री असद उमर, एडवाइजर आन कामर्स रजाक दाऊद, एनएसए डाक्टर मुईद यूसुफ, आर्मी चीफ जनरल कमल जावेद बाजवा और सीपैक के विशेष सचिव खालिद मंसूर भी होंगे। इकसे अलावा दूसरे वरिष्ठ अधिकारी भी इस दल का हिस्सा होंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि पीएम को निवेश, व्यापार, सूचना प्रौद्योगिकी और निर्यात के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए ठोस योजनाओं पर चीनी अधिकारियों के साथ चल रही बातचीत के बाबत अपडेट दिया गया था। पाकिस्तान मीडिया ने पीएम इमरान खान के हवाले से कहा है कि उनके इस दौरे का मकसद दोनों देशों के बीच भविष्य में साथ करने वाले प्रोजेक्ट पर विचार विमर्श करना है।
इसके अलावा इस दौरे में दोनों देशो के बीच सुरक्षा और पाकिस्तान के बकाया भुगतान पर भी चर्चा होगी। आपको बता दें कि पाकिस्तान ने चीन से अरबों डालर का कर्ज लिया हुआ है। ये कर्ज सीपैक के अलावा दूसरी मदों के लिए भी लिया गया है। इस कर्ज का ब्याज चुकाने के लिए भी पाकिस्तान को दूसरे देशों से कर्ज लेना पड़ा है। आर्थिक तंगी की मार झेल रहे पाकिस्तान में विपक्ष लगातार इसको लेकर इमरान खान सरकार पर हावी रहा है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश को बड़ी कीमत अदा करनी पड़ रही है। आपको यहां पर ये भी बता दें कि चीन के बनाए एक पोत को हाल ही में पाकिस्तान नेवी में शामिल किया गया है। इसके बाद ये इमरान खान की पहली चीन यात्रा है।