क्रिकेट में स्प्लिट कैप्टेंसी के बाद अब स्प्लिट कोच पर चर्चा शुरू हो गई है। आस्ट्रेलिया के पूर्व आलराउंडर खिलाड़ी शेन वाटसन का मानना है कि समय आ गया है कि देश में सफेद गेंद के प्रारूप और टेस्ट के लिए अलग-अलग कोच हों।
ब्रिस्बेन, क्रिकेट में स्प्लिट कैप्टेंसी के बाद अब स्प्लिट कोच पर चर्चा शुरू हो गई है। यानी जिस तरह से लिमिटेड ओवर फार्मेट और टेस्ट क्रिकेट में कई टीमों के अलग-अलग कप्तान हैं, वैसे ही टेस्ट क्रिकेट में अलग और वनडे व टी-20 क्रिकेट में अलग-अलग कोच रखने की बात शुरू हो गई है। आस्ट्रेलिया के पूर्व आलराउंडर खिलाड़ी शेन वाटसन का मानना है कि समय आ गया है कि देश में सफेद गेंद के प्रारूप और टेस्ट के लिए अलग-अलग कोच हों। गौरतलब है कि जस्टिन लैंगर ने इस महीने की शुरुआत में सीनियर मेंस टीम के कोच पद से इस्तीफा दे दिया था और फिर क्रिकेट आस्ट्रेलिया ने एंड्रयू मैकडोनाल्ड को अंतरिम मुख्य कोच नियुक्त किया था।
वाटसन ने द आइसीसी रिव्यू पर कहा, ‘मुझे लगता है कि आस्ट्रेलिया का अलग प्रारूप में अलग कोच होना जरूरी है। मुझे लगता है कि एक अच्छा मौका है कि वे भूमिकाओं को बांट दें। मुझे नहीं लगता कि हर कोई लंबे समय तक हर एक प्रारूप में भूमिका निभाना चाहेगा। टीम के माहौल में हमेशा थकान बनी रहेगी। खासकर अब कोविड और बबल के समय में। मुझे लगता है कि क्रिकेट आस्ट्रेलिया जितनी जल्दी यह कदम उठाएगा उससे उतना ही फायदा होगा।’
वाटसन ने इस दौरान ट्रेवर बेलिस को अपना समर्थन देते हुए कहा कि क्रिकेट आस्ट्रेलिया को उन्हें एक संभावित कोच के रूप में देखना चाहिए। बेलिस इंग्लैंड के कोच थे जब इयोन मोर्गन की अगुवाई वाली टीम ने 2019 में विश्व कप जीता था। उन्होंने कहा कि एंड्रयू मैकडोनाल्ड एक महान कोच हैं और अपने करियर के शुरुआती दौर में हैं। उन्होंने कहा कि वे आस्ट्रेलियाई क्रिकेट के अगले चरण के लिए अनुभव को देखना चाहेंगे।
जस्टिन लैंगर को लेकर वाटसन ने कहा, ‘लैंगर को मिली सफलता और पहली बार टी 20 विश्व कप जीतना बतता है कि कोच के तौर पर उन्होंने जबरदस्त काम किया। पहले भी काफी प्रयास किए गए हैं पर टीम को सफलता नहीं मिली। हालिया एशेज सीरीज 4-0 से जीतना एक कोच के रूप में एक अविश्वसनीय उपलब्धि है।’