लंबी खिंचती लड़ाई को देख यूक्रेनी युवाओं का हौसला बढ़ गया है। एक ओर जहां हजारों परिवार यूक्रेन छोड़ रहे हैं वहीं कुछ यूक्रेनी पुरुष और महिलाएं अपने मुल्क की रक्षा के लिए यूरोप के अलग अलग देशों से स्वदेश लौट रहे हैं।
मेड्यका, एपी / आइएएनएस। लंबी खिंचती लड़ाई को देख यूक्रेनी युवाओं का हौसला बढ़ गया है। एक ओर जहां हजारों परिवार यूक्रेन छोड़ रहे हैं वहीं कुछ यूक्रेनी पुरुष और महिलाएं अपने मुल्क की रक्षा के लिए यूरोप के अलग अलग देशों से स्वदेश लौट रहे हैं। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिणपूर्वी पोलैंड के मेड्यका में स्थापित सुरक्षा चौकी पर रविवार को तड़के कई लोग यूक्रेन जाने के लिए कतार में खड़े नजर आए। इधर यूक्रेन ने बड़ा उलट-फेर करते हुए राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की हत्या के लिए भेजी गई चेचन बलों की एक टुकड़ी का कथित तौर पर सफाया कर दिया है।
यूक्रेनी युवाओं का कहना है कि हमें अपने देश की रक्षा करनी है। यदि हम आगे नहीं आए तो और कौन आएगा… । ये युवा यूक्रेन लौटने के लिए पूरे यूरोप से आए थे। एक अन्य सुवा ने समाचार एजेंसी एपी से कहा कि रूसियों को यह जान लेना चाहिए कि हम डरते नहीं हैं। हालांकि इस समूह के सदस्यों ने अपनी सुरक्षा और अपने परिवारों का हवाला देते हुए अपना नाम नहीं बताया। 30 साल की एक महिला ने मुझे डर है लेकिन मैं एक मां हूं। मैं अपने बच्चों के साथ रहना चाहती हूं। यह कदम डरावना है लेकिन मुझे यह करना ही होगा।
वहीं समाचार एजेंसी आइएएनएस ने अखबार डेली मेल की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि यूक्रेन ने रूस की ओर से राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की की हत्या के लिए भेजी गई चेचन बलों की एक टुकड़ी को यूक्रेनी सेना की ओर से मार गिराया गया है। हालांकि रिपोर्ट में यह साफ नहीं है कि चेचन बलों के कितने सैनिक मारे गए हैं लेकिन इतना जरूर है कि उनकी संख्या सैकड़ों में हो सकती है। यूक्रेनी मिसाइल के हमले में मारे गए चेचन बल के जवानों में जनरल मैगोमेद तुशेव भी शामिल थे। चेचेन बल अपनी बर्बर हिंसा के लिए कुख्यात हैं। रूस से जारी लड़ाई में इसे यूक्रेनी सेना की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।