उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने में कोई संशय नहीं है। भाजपा की प्रचंड जीत के बाद अब प्रदेश में नया मंत्रिमंडल भी गठित होगा। इसमें दो दर्जन नए चेहरों को भी मौका मिल सकता है।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ लगातार दूसरी बार प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने जा रही भारतीय जनता पार्टी की तरफ से बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी दूसरी पारी खेलेंगे।
यह तो तय है कि गोरखपुर शहर से निर्वाचित विधायक योगी आदित्यनाथ ही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ में मंत्री पद की शपथ लेने वालों के नाम पर भाजपा संगठन में मंथन जारी है। 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस बार मंत्रिमंडल में जातीय के साथ क्षेत्रीय संतुलन भी साधा जाएगा। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ ही 11 मंत्रियों के चुनाव हारने के कारण काफी संख्या में नए चेहरों को मौका मिलेगा। डिप्टी सीएम पर दलित को भी आजमाया जा सकता है।
प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को नई दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह तथा प्रदेश के महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी रहेंगे। भारतीय जनता पार्टी अब उत्तर प्रदेश में अगली सरकार के गठन की तैयारियों में है। डिप्टी सीएम का एक पद खाली हो गया है। इसके लिए दलित को आगे लाया जाएगा। माना जा रहा है कि भाजपा केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर पर दांव खेल सकती है। यह तो तय है कि इस बार योगी आदित्यनाथ कैबिनेट का चेहरा काफी बदला हुआ होगा। मंत्री पद पर करीब डेढ़ दर्जन नए चेहरों को मौका मिलेगा। भाजपा अपने सहयोगी दलों अपना दल (एस) तथा निषाद पार्टी के विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह देगी।
पार्टी दोनों डिप्टी सीएम बदलेगी। डा. दिनेश शर्मा के चुनाव न लडऩे और केशव प्रसाद मौर्य के कौशांबी की सिराथू से चुनाव हारने के बाद से डिप्टी सीएम के दोनों पद पर नए चेहरे सामने होंगे। एक चेहरा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह का भी हो सकता है।
पुलिस की नौकरी छोड़कर विधायक बने असीम अरुण तथा राजेश्वर सिंह में से किसी एक का मंत्री बनना तय है। असीम अरुण कन्नौज सदर तथा राजेश्वर सिंह लखनऊ के सरोजनीनगर से विधायक निर्वाचित हुए हैं। रिकार्ड मतों से जीतने वाले गाजियाबाद के साहिबाबाद से विधायक सुनील शर्मा लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं। उनका नाम भी शामिल हो सकता है। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने बलिया सदर से जीत दर्ज की है। उनकी मंत्री पत्नी का टिकट काटा गया, अब उनको मौका मिल सकता है।
देवरिया से बड़ी जीत दर्ज करने वाले मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी के साथ ही रायबरेली सदर की विधायक अदिति सिंह को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। हरदोई के नितिन अग्रवाल, आगरा ग्रामीण की बेबी रानी मौर्य तथा एमएलसी अरविंद शर्मा को भी मौका मिल सकता है। अपना दल से एमएलसी आशीष पटेल, कायमगंज से विधायक डॉ.सुरभि, प्रयागराज की बारा सीट से विधायक वाचस्पति के अलावा निषाद पार्टी से डा.संजय निषाद, तमुकहीराज से विधायक असीम राय को योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।