कोरोना के खिलाफ लड़ाई में केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने कहा है कि अब 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड-19 रोधी वैक्सीन की एहतियाती खुराक निजी टीकाकरण केंद्रों में 10 अप्रैल से उपलब्ध होगी।
नई दिल्ली, एजेंसियां। चीन समेत कई मुल्कों में कोरोना संक्रमण अभी भी परेशानी का सबब बना हुआ है। यही नहीं विदेश में कोरोना के नए XE वैरिएंट के सामने आने के बाद महामारी की नई लहर की आशंका भी बनी हुई है। ऐसे में सरकार ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने कहा है कि अब 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड-19 रोधी वैक्सीन की एहतियाती खुराक निजी टीकाकरण केंद्रों में 10 अप्रैल से उपलब्ध होगी।
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने शुक्रवार को कहा कि 10 अप्रैल से निजी टीकाकरण केंद्रों पर 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी वयस्कों के लिए कोविड-19 रोधी वैक्सीन की एहतियाती खुराक उपलब्ध होगी। 18 वर्ष से अधिक आयु वाले ऐसे लोग जिन्होंने वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के नौ महीने पूरे कर लिए हैं। वे एहतियाती खुराक (Precaution dose of COVID-19 Vaccines) के लिए पात्र होंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि सरकार ने फैसला लिया है कि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को निजी टीकाकरण केंद्रों पर कोविड के टीके की एहतियाती खुराक उपलब्ध कराई जाएगी। यह सुविधा सभी निजी टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध होगी। मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में सभी 15 साल से अधिक आबादी में से लगभग 96 फीसद को कोविड रोधी वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लगाई जा चुकी है जबकि लगभग 83 प्रतिशत ने दोनों खुराक लगवा ली है।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को 2.4 करोड़ से अधिक एहतियाती खुराक भी दी गई हैं। इसके अलावा 12 से 14 आयु वर्ग के 45 फीसद लाभार्थियों को पहली खुराक लगाई जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि सरकारी टीकाकरण केंद्रों के माध्यम से पात्र आबादी के लिए पहली और दूसरी खुराक के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और 60 साल से ऊपर के लोगों के लिए एहतियाती खुराक लगाए जाने का काम जारी रहेगा।