गुजरात में साबरमती रिवरफ्रंट विकसित करने वाले केशव वर्मा ने लखनऊ के ग्रीन कॉरिडोर में बदलाव करने का सुझाव दिया। कहा गोमती नदी को विकसित करने से इसकी सुंदरता बढ़ेगी। लविप्रा निजी कंसलटेंसी एजेंसी से विजन डाक्यूमेंट तैयार कराएगा।
लखनऊ, शहर की सैर के लिए हेरिटेज क्षेत्र में ट्राम चलाने की तैयारी है। ट्राम को हुसैनाबाद से लामार्टिनियर कॉलेज तक चलाया जाएगा। इसके लिए एलडीए गोमती रिवर फ्रंट को भी विकसित करेगा। गुरुवार को प्रदेश के सलाहकार व पूर्व आईएएस अधिकारी केशव वर्मा के साथ ट्राम चलाने को लेकर मंडलायुक्त और लविप्रा के अधिकारियों ने बैठक की।
गुजरात में साबरमती रिवरफ्रंट विकसित करने वाले केशव वर्मा ने ग्रीन कॉरिडोर में बदलाव करने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि गोमती नदी को विकसित करने से इसकी सुंदरता बढ़ेगी। साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। ग्रीन कॉरिडोर से गोमती नदी की तरफ उतरने के लिए रास्ते बनाने, योग करने के लिए सेंटर, और अन्य सुविधाएं विकसित करने का भी सुझाव दिया। मंडलायुक्त रंजन कुमार, लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी और मुख्य अभियंता इंदु शेखर सिंह भी बैठक में थे।
तय होगा रूट, बनेगा डीपीआर : हेरिटेज क्षेत्र कैसरबाग से लामार्टीनियर कालेज तक ट्राम को चलाने के लिए उसका एक रूट तय किया जाएगा। यह रूट कैसरबाग से परिवर्तन चौक-हजरतगंज-राजभवन-विक्रमादित्य मार्ग चौराहा-कालिदास चौराहा होकर भी लामार्टिनियर कालेज तक प्रस्तावित है। हालांकि इसके लिए लविप्रा और यातायात विभाग के अधिकारी मिलकर एक संयुक्त सर्वे करेंगे। सर्वे से पहले लविप्रा एक निजी कंसलटेंसी एजेंसी से विजन डाक्यूमेंट तैयार कराएगा।
विजन डाक्यूमेंट और संयुक्त सर्वे के बाद ट्राम सर्विस का डीपीआर बनेगा। अगली बैठक में इसे लेकर मंडलायुक्त व लविप्रा के अधिकारी मंथन करेंगे। लविप्रा ने इससे पहले ही शासन में कैसरबाग के ऐतिहासिक स्थलों को जोड़कर सेंट्रल हेरिटेज पार्क बनाने के प्रस्ताव को प्रस्तुत किया था। जिसे मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने स्वीकृति दे दी है।