सोनिया गांधी समेत आला नेताओं की प्रशांत किशोर के साथ बैठक, गुजरात और हिमाचल में होने वाले चुनावों पर हुआ मंथन

सोनिया गांधी ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ शनिवार को एक महत्‍वपूर्ण बैठक की जिसमें राहुल गांधी अंबिका सोनी दिग्विजय सिंह मल्लिकार्जुन खड़गे अजय माकन और केसी वेणुगोपाल जैसे दिग्‍गज मौजूद रहे। जानें इस बैठक में क्‍या हुआ…

 

नई दिल्‍ली । हाल ही में हुए पांच राज्‍यों के विधानसभा चुनावों में मिली पराजय के बाद कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्‍व ने शनिवार को एक महत्‍वपूर्ण बैठक की। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ यह बैठक की जिसमें राहुल गांधी, अंबिका सोनी, दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, अजय माकन और केसी वेणुगोपाल जैसे दिग्‍गज मौजूद रहे। सूत्रों की मानें तो प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों की पृष्ठभूमि में यह बैठक हुई।

कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने इस बैठक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 2024 में होने वाले आम चुनावों को लेकर प्रशांत किशोर ने एक प्रेजेंटेशन दी। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और वरिष्‍ठ नेताओं के सामने पेश की गई इस प्रेजेंटेशन पर समीक्षा के लिए टीम गठित की जाएगी। यह टीम कुछ समय बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी जिसके बाद आखिरी निर्णय लिया जाएगा। यह बैठक ऐसे समय हुई है जब आने वाले कुछ महीनों में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।

समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के साथ बातचीत की थी। सोनिया गांधी ने अपने आवास पर यह बैठक बुलाई। सूत्रों की मानें तो यह बैठक इस साल गुजरात और हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस की चुनावी तैयारियों की पृष्ठभूमि में भी हुई। कांग्रेस पांच राज्यों में चुनावी हार के बाद प्रशां‍त किशोर (Prashant Kishor) के साथ फिर से बातचीत शुरू करने की कोशिश कर रही है।

पांच राज्‍यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे कांग्रेस के लिए किसी झटके से कम नहीं थे। इन चुनावों को 2024 के लोकसभा चुनावों का लिटमस टेस्‍ट माना गया। इन चुनावों में कांग्रेस आम आदमी पार्टी (आप) और तृणमूल कांग्रेस से उभरती चुनौती को बदलने के लिए बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रही थी। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पीके (प्रशांत किशोर) को कांग्रेस में शामिल होने के बजाय एक सलाहकार की भूमिका निभाते हुए देखा जा सकता है।

 

उल्‍लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में ममता बनर्जी की पार्टी की जीत के बाद प्रशांत किशोर और गांधी परिवार के बीच बातचीत विफल हो गई थी। प्रशां‍त किशोर ने पश्चिम बंगाल के चुनावों में टीएमसी के रणनीतिकार की भूमिका निभाई थी। साल 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर कांग्रेस के साथ काम कर चुके हैं। 2017 के पंजाब चुनावों में कांग्रेस को 117 में से 77 सीटें हासिल हुई थी। साल 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की शानदार जीत के बाद प्रशांत किशोर को काफी तारीफ मिली।

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