पटियाला में शाम सात बजे से कर्फ्यू, शिवसेना व सिखों में टकराव के बाद माहौल तनावपूर्ण

 पटियाला में खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च के विरोध में कुछ सिख युवकों ने भी मार्च निकाला। इस दौरान हिंदू व सिख संगठन आमने सामने हो गए। काली माता मंदिर में स्थिति तनावपूर्ण हो गई। हिंदू और सिख संगठनों में पत्थरबाजी भी हुई।

 

पटियाला । पटियाला में शिवसेना बाल ठाकरे के खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च के विरोध में कुछ गर्म ख्याली सिख युवकों ने भी मार्च निकाला। उन्होंने शिव सैनिकों को ‘बंदर सेना’ नाम देते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसी दौरान काली माता मंदिर में हिंदू और सिख संगठनों में भिड़ंत से स्थिति तनावपूर्ण हो गई। दोनों गुटों की ओर से पत्थरबाजी होने लगी। तलवारें लहराई गईं।

मौके को काबू करने के लिए एसएसपी ने पहुंचकर 15 राउंड हवाई फायर किए। इस दौरान एक हिंदू नेता और थाना त्रिपड़ी के एसएचओ कर्मवीर सिंह घायल हुए। डीसी साक्षी साहनी ने शुक्रवार शाम 7 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे तक जिले में कर्फ्यू लगाने के आदेश दे दिए हैं।

 

इससे पहले, पुलिस ने दोपहर तीन बजे के आसपास स्थिति पर काबू पाया। हालांकि सिख संगठनों के सदस्यों ने शहर के फव्वारा चौक पर धरना लगा दिया है। युवक धरने के दौरान ही सड़क पर बैठकर खाना खा रहे हैं। उधर, पंजाब बाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा और लुधियाना के सांसद रवनीत बिट्टू सहित विभिन्न सियासी दलों के नेताओं ने घटना की तीखी निंदा की है।

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पटियाला के फव्वारा चौक पर धरना देते हुए गर्म ख्याली सिख संगठनों के सदस्य।

वहीं, सीएम भगवंत मान ने घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि इलाके में शांति बहाल कर दी गई है। हम किसी को भी राज्य में अशांति पैदा नहीं करने देंगे। पंजाब की शांति और सद्भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है।

आइजी पटियाला रेंज राकेश कुमार अग्रवाल ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। राकेश अग्रवाल ने कहा कि अफवाहों पर कतई ध्यान न दें। फिलहाल शांति कायम हो गई है।

राकेश अग्रवाल से यह पूछे जाने पर कि कितने लोग घायल हुए हैं, उन्होंने कहा कि अभी उनका ध्यान शांति व्यवस्था कायम करने पर है। मौके पर डीसी साक्षी साहनी भी पहुंची। उन्होंने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

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जानकारी के अनुसार खालिस्तान समर्थकों ने तलवार से एसएचओ पर हमला किया। पुलिस की तरफ से स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए करीब 15 राउंड हवाई फायर किए जा चुके हैं। पुलिस की ओर से फायरिंग अभी भी जारी है। काली माता मंदिर के बाहर भारी संख्या में खालिस्ताना समर्थक इकट्ठे हो गए हैं।

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बता दें कि शिवसेना बालठाकरे के पंजाब कार्यकारी प्रधान हरिश सिंगला के नेतृत्व में आर्य समाज चौक से  खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च मिकाला गया। शिव सैनिक खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए चल रहे थे। हरीश सिंगला ने कहा कि शिवसेना कभी भी पंजाब में खालिस्तान नहीं बनने देगी और ना ही किसी खालिस्तान काे नाम लेने देगी।

 

सिंगला ने कहा कि सिख फॉर जस्टिस के कन्वीनर गुरपतवंत पन्नू ने 29 अप्रैल को खालिस्तान का स्थापना दिवस मनाने की घोषणा की है। इनको जवाब देने के लिए शिवसेना ने भी 29 अप्रैल को खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकालने का ऐलान किया था। वहीं मार्च की सूचना मिलने पर भारी संख्या में खालिस्तान समर्थक पहुंच गए। इधर, डीसी ने कुछ मीडिया चैनलों पर चल रहे थाने के एसएचओ का हाथ काटने की खबर का खंडन किया है। डीसी ने कहा है कि इस तरह की कोई भी घटना नहीं हुई या केवल अफवाह है।

 

श्री काली देवी मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बंद

पटियाला के श्री काली देवी मंदिर के बाहर चली ईंट पत्थर के बाद फिलहाल श्री काली देवी मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है और भारी संख्या में यहां पर पुलिस बल तैनात कर दिया है।

 

यहां पर आइजी पटियाला रेंज राकेश कुमार अग्रवाल के साथ डीसी साक्षी साहनी एवं एसएसपी नानक सिंह ने मौके का जायजा लिया है और कहा है कि पुलिस द्वारा की गई फायरिंग और अफवाह के बाद खराब हुए माहौल की हर पहलू स्तर पर जांच की जाएगी।

फिलहाल डीसी साक्षी साहनी ने दोनों संगठनों के नेताओं की एक शांति बहाल करने के लिए बैठक बुलाई है। आइजी के साथ-साथ डीसी ने पटियाला वासियों को अपील की है कि वे शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करें। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है इस समय तक एक पुलिस कर्मचारी और एक सिख संगठन का सदस्य घायल हुआ है।

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